- मोटिवेशन से कठिन लक्ष्य भी हो जाता आसान : डा ध्रुव
पटना,संवाददाता। नालंदा कॉलेज बिहारशरीफ एवं जेडी वीमेंस कॉलेज पटना की प्राचार्य प्रोफेसर ( डॉ ) श्यामा राय ने कहा है कि अभिप्रेरणा ही वह शक्ति है जिसके बलबूते न सिर्फ स्वयं को बल्कि दूसरों को भी मौजूदा वैश्विक महामारी Corona के माहौल से अपने को सुरक्षित निकालने में बहुत हद तक सफल हो सकते हैं। यह मनुष्य के जीवन के हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और यह प्रक्रिया पूरी जिंदगी चलती रहती है।
वे नालंदा कॉलेज शिक्षाशास्त्र ( बीएड ) विभाग द्वारा ग्रीष्मावकाश कालीन विशेष व्याख्यानमाला श्रृंखला की चौथी कड़ी के अंतर्गत शनिवार को “अधिगम में अभिप्रेरणा” विषय पर शिक्षकों और छात्र-छात्राओं को संबोधित कर रही थीं।प्रोफेसर श्रीमती रॉय ने कहा कि हम सब किसी न किसी से अभिप्रेरित होते हैं।
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विभागाध्यक्ष डॉ ध्रुव कुमार ने कहा कि लक्ष्य आधारित प्रोत्साहन ही अभिप्रेरणा है और यह कार्य को गति प्रदान करती है। इससे हमें कठिन से कठिन लक्ष्य को हासिल करने में बहुत मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यार्थियों को वर्ग में सीखने की प्रक्रिया को सुगम बनाने के अनेक आंतरिक व बाह्य विधियों से अभिप्रेरित करते हैं।
मुख्य वक्ता सहायक प्राध्यापक प्रशांत ने कहा कि कक्षा शिक्षण में प्रेरणा का अत्यन्त महत्व है। कक्षा में पढ़ने के लिये विद्यार्थियों को निरन्तर प्रेरित किया जाना चाहिए। प्रेरणा की प्रक्रिया में अनेक कार्य हैं, जिसके फलस्वरूप विभिन्न छात्रों के व्यवहार को सही दिशा में प्रेरित किया जाता है। इस कार्य में सामाजिक तथा आर्थिक अवस्थाएँ, पूर्व अनुभव, आयु तथा कक्षा का वातावरण आदि सभी तत्व प्रेरणा की प्रक्रिया में सहयोग प्रदान करते हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए अपर्णा कुमारी ने कहा कि अभिप्रेरणा के जरिए हम निश्चित उद्देश्य के लिए निर्धारित लक्ष्य की ओर सफलतापूर्वक आगे बढ़ते हैं।
इस दौरान विभिन्न सत्रों की छात्र छात्राओं-कुमारी ज्योति, शाहिल सिंह तिरेनी, प्रिन्स कुमार, हर्षवर्द्धन कुमार, निशा कुमारी, पूनम किंडो, रूमाना जबिन, राहुल कुमार, प्रेरणा साह, कुमारी दीक्षा सिन्हा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर इतिहास विभाग के अध्यक्ष डा रत्नेश अमन, सहायक प्राध्यापक डा रंजन कुमार, डा राजेश कुमार, कृति स्वराज, इशिता कुमारी, उषा कुमारी, पुरुषोत्तम कुमार, संगीता कुमारी व दिलीप कुमार पटेल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। अंत में पिंकी कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया।