छपरा, संवाददाता। जनता पार्टी राष्ट्रीय अधिवेशन गत 16 एवं 17 जनवरी को लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जन्म स्थली सिताबदियारा में संपन्न हुई। इस सत्रहवां खुला राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से राष्ट्रीय परिषद के प्रतिनिधियों, नेताओं, पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने सोलह जनवरी को प्रातः प्रभात फेरी निकाल कर अधिवेशन के लिए जनजागरण के साथ स्थानीय लोगों से अधिवेशन में शामिल होने की अपील की।
इस अधिवेशन के प्रथम सत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष का निर्वाचन किया गया। चुनाव अधिकारी उमेश कुमार गहलावत ने बताया कि जयप्रकाश बन्धु को सर्वसम्मति से निर्विरोध अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित किया गया। कुल 10 प्रदेशों से दस सेटों में नामांकन प्रस्ताव प्रस्तावकों और समर्थकों द्वारा प्रस्तुत किया गया जो एक ही व्यक्ति श्री जयप्रकाश बन्धु के नाम को राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया गया था।
इसे भी पढें- सरस्वती पूजा : 2023 में कब है वसंतपंचमी ? क्या है सरस्वती पूजा की विधि
प्राप्त नामांकन पत्रों में कर्नाटक से जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पुर्व मंत्री डॉ बी टी ललिता नायक और प्रदेश महासचिव नागेश एन ने एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया, वहीं बिहार के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा एवं महासचिव चंद्र शेखर सिंह और शंभू प्रसाद सिंह एवं ब्रजेश कुमार सिंह द्वारा दो सेटों में नामांकन पत्र दाखिल किया गया। उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष पद्माकर सिंह सोनी एवं गौरव मौर्य द्वारा भी एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया, मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रामरतन पवार और माला सिलावट द्वारा भी एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया गया। हरियाणा से अभिषेक कुमार और मनवीर सिंह द्वारा भी एक सेट में नामांकन पत्र दाखिल किया गया। दिल्ली, उत्तराखण्ड, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि राज्यों से भी नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जो सभी के सभी जयप्रकाश बन्धु के पक्ष में थे। अन्य कोई भी व्यक्ति के पक्ष में कोई नामांकन प्रस्ताव नहीं था।
Read also- लंदन से छुट्टियों मे पटना पहुंची डा. सान्या शर्मा, शुरु की जनसेवा
अंततः जयप्रकाश बन्धु निर्विरोध अध्यक्ष के रूप में निर्वाचित घोषित किए गए। अधिवेशन के दूसरे सत्र में राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के तीस सदस्यों को भी निर्वाचित घोषित किया गया। अधिवेशन के तीसरे सत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा सदस्यों के सुझावों पर आर्थिक, राजनीतिक, विदेश नीति, मंहगाई, बेरोज़गारी, महिलाओं के लिए विधायिकाओं और संसदीय जनतंत्र में पच्चास फीसदी आरक्षण,आदि अन्य ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा परिचर्चा कर प्रस्ताव पारित किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष जयप्रकाश बन्धु द्वारा खुले अधिवेशन को संबोधित करने के साथ दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का विधिवत रुप से समापन किया गया। अधिवेशन के प्रारंभ में प्रभात फेरी और ध्वजारोहण कर विधिवत रुप से अधिवेशन का शुभारंभ किया गया था।