आकांक्षी प्रखंड योजना में औरंगाबाद के चार प्रखंड कुटुंबा , देव, मदनपुर और नबीनगर शामिल। औरंगाबाद, संवाददाता। विकास के मामले में विभिन्न मानकों पर अग्रणी बनाने के उद्देश्य से बिहार के 61 प्रखंडों का चयन आकांक्षी प्रखंड के रूप में किया गया है।
राज्य के योजना एवं विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉक्टर अरूणीश चावला ने आज यहां बताया कि केंद्र सरकार की ओर से विकास के विभिन्न मानकों पर पीछे रह गए देश के 500 प्रखंडों को अग्रणी बनाने के लिए आकांक्षी प्रखंड के रूप में चयनित कर उसके समग्र विकास की योजना कार्यान्वित करने की घोषणा की गई थी। उन्होंने बताया कि इन 500 चयनित प्रखंडों में बिहार के 61 प्रखंड शामिल हैं। इसमें औरंगाबाद जिले के चार प्रखंड कुटुंबा, मदनपुर, नबीनगर और देव शामिल हैं।
श्री चावला ने बताया कि आकांक्षी प्रखंड के रूप में चयनित राज्य के 61 प्रखंडों में विकास के जिन मानकों पर कार्य करने की आवश्यकता है, उसके लिए शीघ्र ही संबंधित प्रखंडों की ओर से ही कार्य योजना तैयार की जाएगी। इसके लिए योजना एवं विकास विभाग की ओर से सभी प्रखंडों में नोडल पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया जाएगा। उन्होंने बताया कि संबंधित प्रखंडों में कार्य योजना बनने का लाभ यह होगा कि वहां स्थानीय तौर पर पता चल सकेगा कि किन समस्याओं का निदान किया जाना आवश्यक है और किन विकास कार्यों को कार्यान्वित कराने की प्राथमिकता है।
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अपर मुख्य सचिव ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष 2023-24 से चयनित आकांक्षी प्रखंडों में कार्य प्रारंभ कराने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। इसके लिए विभाग की ओर से संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आकांक्षी जिलों की तर्ज पर आकांक्षी प्रखंडों का भी विकास हो सकेगा। इससे प्रदेश का विकास का ग्राफ भी ऊपर उठेगा।
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श्री चावला ने यह भी बताया कि आज संबंधित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास की योजनाओं को त्वरित गति से ससमय कार्यान्वित करने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विकास की योजनाओं को गुणवत्ता के साथ पूरा करना हमारी प्राथमिकता है।