आनंद कुमार
संत रविदास का जन्म माघ पूर्णिमा को रविवार के दिन सन् 1433 में हुआ था। उनकी जयंती 27 फ़रवरी 2021 को मनाई गयी। महावीर मंदिर में हर वर्ष रविदास जयंती विशेष उल्लास के साथ आयोजित की जाती है। इस वर्ष कोरोना संक्रमण के मद्दे नजर भीड़ कम करने के लिए हर वर्ष आयोजित होने वाली शोभा यात्रा का कार्यक्रम स्थगित रहा। डॉ. डोमन दास के नेतृत्व में किये जाने वाली इस शोभा यात्रा के बदले मंदिर परिसर में संत रविदास की प्रतिमा पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर आचार्य किशोर कुणाल ने मंदिर की ओर से बताया कि पटना का महावीर मंदिर छतरी के साथ संत रविदास की प्रतिमा को स्थापित करने वाला उत्तर भारत का प्रथम मंदिर है। उन्होंने कहा कि संत रविदास के गुरु संत रामानंदाचार्य की जयंती पर मंदिर की और से सीतामढ़ी में सीता रसोई का आरंभ किया गया था। वो थोड़े समय कोरोना संक्रमण के काल में बाधित रहा। इस वर्ष संत रामानंदाचार्य की जयंती पर वो भी पुनः आरंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि एक साथ बैठकर जाति या आर्थिक स्थिति के भेदभाव के बिना भोजन करना ही संत रविदास जैसे सामाजिक समरसता की पैरवी करने वाले संतों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
संत रविदास की महिमा हिन्दुओं में ही नहीं बल्कि अन्य सम्प्रदायों में भी है। उनके लिखे दोहों का संकलन गुरुग्रन्थ साहिब में भी किया गया है। संत रविदास सरल भक्ति की ऐसी धारा प्रवाहित करने के लिए जाने जाते हैं, जिसमें समाज के सभी वर्गों ने भेदभाव भूलकर, प्रेमपूर्वक डुबकी लगाते हैं