जीकेसी की बैठक में लिया गया निर्णय। जीकेसी राजस्थान द्वारा प्रकाशित कैलेंडर का हुआ विमोचन
पटना, संवाददाता। पटना के नागेश्वर कॉलोनी में 18 अप्रैल को बिहार की मशहूर लोक गायिका पद्मश्री विंध्यवासिनी देवी की पुण्य तिथि मनाई जाएगी। इस कार्यक्रम की घोषणा जीकेसी कोर कमेटी की बैठक में जीकेसी ग्लोबल उपाध्यक्ष दीपक अभिषेक ने की। बैठक की अध्यक्षता जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन कर रही थीं। यह आयोजन जीकेसी कार्यालय में ही किया जाएगा।
कार्यक्रम में भगवान चित्रगुप्त जी का माल्यार्पण और जीकेसी एंथम की प्रस्तुति के बाद विंध्यवासिनी देवी की तस्वीर पर श्रधासुमन अर्पित किया जाएगा इसके बाद जीकेसी कलाकारों द्वारा बिहार की पहली स्वर कोकिला कही जाने वाली विंध्यवासिनी देवी के गाये और लिखे गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी।
बैठक में पद्मश्री विंध्यवासिनी देवी के व्यक्तित्व पर भी विस्तार से चर्चा हुई। संगठन की प्रबंध न्यासी ने कहा कि वह भोजपुरी, मैथिली, बज्जिका और मगही में लगभग 50 हजार गीतों को गाने वाली संभवतः पहली लोक गायिका हैं। मौके पर जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता और संगठन के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि विंध्यवासनी देवी की गायकी में गजब का आकर्षण और मिठास होती थी। भाषा चाहे जो भी हो दर्शक दिल से उनकी गायकी का आनंद लेते थे। जीकेसी राष्ट्रीय प्रवक्ता मुकेश महान ने कहा कि उनकी गायकी तो खास और सबसे अलग थी ही, उनके स्वभाव और बातचीत में भी एक अलग तरह की मिठास थी। वो सभी का सम्मान करती थीं। अपनापन तो उनके स्वभाव का हिस्सा ही था।
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इस मौके पर राजस्थान जीकेसी द्वारा प्रकाशित कैलेंडर का विमोचन भी किया गया। मौके पर पर जीकेसी प्रदेश महसचिव संजय कुमार सिन्हा, सहित निलेश रंजन,आशुतोष ब्रजेश,रविरंजन सिन्हा, रवि रंजन सहाय,जीवन ज्योति,धनंजय प्रसाद,शिशीर कुमार लाल, प्रसुन्न कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे।