Health and Family Welfare Minister अश्विनी कुमार चौबे ने राष्ट्रीय चिकित्सा दिवस पर सभी चिकित्सा कर्मियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस चुनौतीपूर्ण घड़ी में चिकित्सा चिकित्सा कर्मियों के योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता है।
चिकित्सक, नर्सें, फ्रंटलाइन वर्कर्स ये सभी वे लोग हैं जो मानवता और नम्रता के प्रवर्तक रहे हैं। उनके नि:स्वार्थ प्रयास से कोरोना के विरुद्ध जंग को हम सभी से सफलतापूर्वक लड़ रहे है। केंद्र सरकार चिकित्सा, चिकित्सा कर्मियों के साथ हैं।
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गरीब कल्याण पैकेज अंतर्गत कोविड के इलाज लगे चिकित्सा चिकित्साकर्मियों की बीमा की अवधि का विस्तार सितंबर तक किया गया है। इसके तहत कोरोना की ड्यूटी में लगे चिकित्सा, चिकित्सा कर्मियों की मृत्यु पर 50 लाख की राशि देने का प्रावधान है। कोविड ड्यूटी के दौरान देश भर में अभी तक 498 ऐसे चिकित्सा चिकित्सा कर्मी जिनकी मृत्यु हुई, उन्हें बीमा की राशि उपलब्ध कराई गई है। Health and Family Welfare Minister चौबे ने राज्यों से अनुरोध भी किया है कि कोविड डयूटी के दौरान अगर चिकित्सा चिकित्सा कर्मियों की मृत्यु होने पर सभी कागजी कार्रवाई करके तुरंत केंद्र सरकार को प्रेषित करें, ताकि उन्हें बीमा योजना के तहत उनके परिजनों को यह राशि उपलब्ध कराई जा सके। भारत सरकार ने देश की स्वास्थ्य परिचर्या प्रणाली को सुदृढ़ करने तथा चिकित्सकों को उनका श्रेय देने के लिए भी पहल की है। सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वास्थ्य योजना तैयार की गई है। जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य परिचर्या प्रणाली का संवर्द्धन करना और महामारी के कारण वर्तमान और भविष्य में हमारे सामने आने वाली कठिनाइयों को दूर करना है।
उन्होंने कहा कि इस प्रयास से रोग के प्रसार का पता लगाने और इसे नियंत्रित करने के लिए सुदृढ़ सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सर्विलांस प्रणालियों को तैयार करने में भी सहायता मिलेगी। इसके अलावा, इस योजना के और भी अनेक घटक हैं। जिनमें आपातकालीन अनुक्रिया के समय पड़ने वाली जरूरतों को पूरा किया जा सकता है। जैसे कि उन्नत उपचार के लिए क्रिटिकल केयर ब्लॉक, प्रशिक्षण और परामर्श, जन स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं के नेटवर्क में सुधार लाना और नए क्षेत्रीय रोग नियंत्रण केंद्रों की स्थापना आदि शामिल है।