कायस्थों के सशक्तिकरण के लिए प्रतिवद्ध है जीकेसी। बिहार के एक स्थापित नेता और जदयू के प्रखर प्रवक्ता रहे राजीव रंजन प्रसाद आजकल ग्लोवलज कायस्थ कांफ्रेंस(जीकेसी) को लेकर खासे चर्चा में हैं। क्या है जीकेसी,कैसे हित सधेगा कायस्थों का और क्या होगा क्या होगा 19 दिसम्बर को तालकटोरा स्टैडियम नई दिल्ली में। इसे जानने के […]
इंटरव्यू
पहला पीरियड देर से या बहुत ही जल्दी आ जाना गंभीर बीमारी का कारण हो सकता है
बच्चियों का पहला पीरियड : जानें क्या हो सकती हैं समस्याएं। किशोरावस्था जीवन का एक महत्वपूर्ण परिवर्तणशील फेज होता है। किशोर लडके-लड़कियों दोनों के लिए यह समय कौतुहल भरा होता है। इस समय तन-मन दोनों ही परिपक्वता की ओर बढता है। अचानक शरीर में कई परिवर्तण शुरु हो जाते हैं। कई किशोरों को कभी कभी […]
PCOD से क्यों बढ़ता है मोटापा, जाने क्या है इसके उपाय
PCOD : पीसीओडी जिसे पॉलीसिस्टिक ओवरी डिसऑर्डर भी कहा जाता है। पिछले कुछ सालों में ये समस्या महिलाओं में तेजी से बढ़ी है। मगर हमारे देश में आज भी कई लड़कियां हैं जिन्हें ये पता ही नहीं है कि वो पीसीओडी की गंभीर समस्या से घिरी हुई हैं । पीसीओडी एक गंभीर हार्मोनल समस्या है […]
दुनिया को हरा-भरा रखने वाला गलोवल प्रोजेक्ट है “गो ग्रीन” : रागिनी रंजन
गो ग्रीन ग्लोबल प्रोजेक्ट पर बोलीं रागिनी रंजन। ग्लोवल कायस्थ कांफ्रेस की एक महथी योजना है “गो ग्रीन” प्रोजेक्ट। गो ग्रीन प्रोजेक्ट पर जीकेसी की प्रबंध न्यासी और गो ग्रीन प्रोजेक्ट की ब्रांड अम्बेडस्डर रागिनी रंजन से xposenow.com के लिए मुकेश महान ने लंबी बातचीत की। प्रस्तुत है यहां उस बातचीत के महत्वपूर्ण अंश- क्या […]
Success story: दीदीजी से पर्यावरण लेडी ऑफ बिहार बन गई डा.नम्रता आनंद
पौधरोपन और पौध संरक्षण करते करते पर्यावरण लेडी ऑफ बिहार बन गईं नम्रता आनंद। डा. नम्रता आनंद-मीडिल स्कूल की एक शिक्षिका, साधारण सा परिचय लेकिन काम बड़े-बड़े।शिक्षा के क्षेत्र में राजकीय और समाजसेवा के क्षेत्र में राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त करना इनके प्रोफेशनल डेडिकेशन को स्थापित करता है तो ग्लोवल कायस्थ कांफ्रेस जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्था की […]
समाज की पीड़ा जिस व्यक्ति के अंदर नहीं,वह मानव होने के साथ वह उस समाज का अंग भी नहीं है : जगदीश सिंह राघव
क्षत्रिय महासभा अखंड भारत संस्थापक और वरिष्ठ ऱाष्ट्रीय महामंत्री जगदीश सिंह राघव से मुकेश महान की बातचीत जगदीश सिंह जी क्षत्रिय महासभा अखंड भारत के गठन की ज़रूरत क्यों पड़ी ? -देश के अंदर राजपूत समाज के 2700 से भी ज्यादा संगठन हैं। उन संगठनों में से मात्र आधा परसेंट संगठन कागज पर है। परंतु […]
जनसरोकार की पत्रकरिता तभी ख़त्म हो गई जब मुनाफे की पत्रकारिता शुरू हुई : प्रमोद दत्त
पत्रकार प्रमोद दत्त से अल्का कुमारी की बातचीतपत्रकारिता का लम्बा अनुभव रहा है आपका। क्या बदलाव महसूस करते हैं तब और अब में ?-बहुत कुछ बदल गया है। पहले संपादक पद के लिए विद्वान की तलाश होती थी, अब बेहतर मैनेजर को संपादक बना दिया जाता है। कप्तान जैसा होगा, वैसी ही टीम होगी। जनसरोकार […]
पूरे विश्व में भृगु संहिता के 470 ग्रन्थ है : निर्मला अग्रवाल
पूणे की प्रसिद्ध भृगु ज्योतीषी निर्मला अग्रवाल से मुकेश महान की बातचीत आप पत्रकार थीं अचानक ज्योतिषी कैसे बन गई?अचानक कोई भी चीज़ नहीं होती मुकेश जी। पत्रकारिता के दौरान मैं अधिकतर fild work करती थी विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न लोगों के इंटरव्यू लिया करती थी। हर तीन महिनों में हमें अलग अलग विषय दिये […]
” ख़ामोशी में भी ख़ामोशी नहीं होती… वहाँ भी अल्फ़ाज़ बोलते हैं “: नीलांशु रंजन
नीलांशु रंजन पत्रकारिता से परे अब शायर और गीतकार के रूप में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। फिलवक्त वो मुंबई में हैं और ग्लैमर ग्राउंड की पिच पर चौका-छक्का लगाने को तैयारी में हैं। ख़्वाब गीतकार बनने का है लेकिन स्टोरी और स्क्रिप्ट गढ़ने का हुनर भी इनके पास है। इनका तालुक़ात बेग़ूसराय […]
संभव है नशे की लत से मुक्ति
दुनिया में हर किसी को एक नशा है। किसी को दौलत का जूनून है तो, कोई कम समय में बुलंदियों को छूना चाहता है। एग्जाम में अच्छे मार्क्स की दरकार हो या रिश्ते में कसावटपन। इन सब दबावों से युवा मन तनावों और दबावों को निकालने के लिए कभी चाय-कांफी की चुस्कीयों का सहारा ले […]