पटना/ सवांददाता। कोरोना दिन प्रतिदिन अपना विकराल रूप ले रखा है , इस भयावह माहौल में कुछ लोग राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री Lalu Prasad Yadav पिछले महीने ही जेल से बाहर आये है, जेल से बाहर आते हीं रज्ड सुप्रीमो Lalu Prasad Yadav राजनीति में अपना दम-ख़म दिखना शुरू कर दिया है। Lalu Prasad Yadav ने बिहार की सरकार पर निशाना साधा है। वे कोरोना से उत्पन्न स्थिति पर राज्य सरकार को घेर है।
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इसी क्रम में सोमवार को उन्होंने ट्वीट कर राज्य सरकार रवैये पर सवाल उठाया ह। साथ ही ये भी कहा कि सरकार का दिल और दिमाग पत्थर का है.
Lalu Prasad Yadav ने अपने ट्वीट में कहा, ” महामारी और विपदा की इस घड़ी में जनता के प्रति सरकार का रवैया, आचरण, व्यवहार और कर्म एकदम निम्न से निम्न स्तर का है. इस सरकार का दिल और दिमाग एकदम पत्थर का है.” बता दें कि इससे पहले लालू यादव ने ट्वीट कर कहा था, ” ये सरकार बस दो ही काम दिल लगा कर रही है। पहला कि जनता की उम्मीदें और सपने उजाड़ रही है और दूसरा कि अपनी ज़िम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है। “
साथ हीं साथ सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और लालू यादव के बेटे ने फेसबुक पर लाइव आकर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री पर हमला बोला था,तेजस्वी यादव ने कहा था, ” बिहार में कोई व्यवस्था नहीं है।
सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। ऐसे समय में नकारात्मक राजनीति नहीं होनी चाहिए,लेकिन सत्तापक्ष के नेता केवल राजनीति कर रहे हैं। इस वक्त कमियों को दूर कर सुधार करना चाहिए। लेकिन सरकार मानने को तैयार नहीं है, कि वो फेल हो चुकी है। सत्ताधारी दल के नेता मुझे याद कर रहे हैं, इसका मतलब यही है कि वो स्वीकार कर चुके हैं कि सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में फेल है। लेकिन मुख्यमंत्री तो नीतीश कुमार ही हैं। हम क्या करें.”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ” मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थक चुके हैं. उन्हें अब जनता की कोई चिंता नहीं हैं. अगर होती तो एक साल में काम हुआ होता. मुख्यमंत्री वो हैं, लेकिन लोग खोज हमें रहे हैं. सरकार में बैठे लोग मुझे याद कर रहे हैं. इसका मतलब बिहार उनसे नहीं सम्भल रहा, तो कुर्सी पर क्यों बैठे हैं? नहीं संभल रही सत्ता तो छोड़ दीजिए. हमें मौका दीजिये, हम बताएंगे काम कैसे करना है.”