छपरा, प्रखर प्रणव। सारण सिविल सर्जन डॉक्टर जनार्दन सुकुमार आज अपने औचक निरीक्षण में अचानक छपरा के मसरख पीएचसी पहुंचे, जहां अव्यवस्था देखकर अस्पताल कर्मियों पर सिविल सर्जन काफी नाराज हुए और व्यवस्था को अविलम्ब ठीक करने की नसीहत दी। गौरतलब है कि बढ़ते वायरल फीवर और कोविड-19 के तीसरे फेज को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से चौकन्ना है। इसी क्रम में यह औचक नीरिक्षण देखा जा रहा है।
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इसको लेकर आज सिविल सर्जन मसरख पीएचसी पहुंचे, जहां कि स्थिति देखकर वहां के कर्मियों को अव्यवस्था के कारण फटकार लगाई। मौके पर एक मात्र डॉक्टर डॉ. आदित्य राज ओपीडी में मौजूद थे। सिविल सर्जन सीधे महिला प्रसव कक्ष में पहुंचे और जच्चा-बच्चा को मिलने वाली सुविधा, लेबर रूम सहित अन्य का निरीक्षण किया। किसी भी बेड पर बिछावन या गद्दे और चादर नहीं मिले। इस पर सीएस ने ड्यूटी पर मौजूद नर्स से पूछा- गर्भवती महिलाओं को भोजन-नाश्ता मिलता है कि नहीं। नर्स बोली नहीं सर, सिर्फ दोपहर में चाय बिस्कुट मिलता है। यह सुनकर सिविल सर्जन भौचक्के हो गए और वहां की व्यवस्था को लेकर गहरी नाराजगी जताई।
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हालांकि मौके पर चिकित्सा पदाधिकारी मौजूद नहीं रहे। इसके बावजूद मरीजों ने अस्पताल में पेयजल, शौचालय नहीं होने एवं मरीज वेटिंग रूम में कुर्सी, पंखा, टीवी नहीं होने की शिकायत भी सिविल सर्जन से की। इसके बाद सीएस ने आपातकालीन कक्ष, दवा भंडारण कक्ष का भी जायजा लिया। इसके साथ ही कोरोना वैक्सीन रखने की तैयारी की भी स्थिति को देखा। उन्होंने कोरोना जांच व टीकाकरण अभियान में समय पर चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति पंजी का भी जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान पंजीकरण काउंटर पर, दवा काउंटर पर ताला लटका मिला और कर्मचारी उपस्थित नहीं होने से सिविल सर्जन काफी नाराज दिखे। वहीं लगभग 15 मिनट के निरीक्षण के बाद सिविल सर्जन वापस चले गए।