पटना,संवाददाता।बिहार आर्ट थियेटर द्वारा आयोजित त्रिदिवसीय नाट्य महोत्सव मौसम 2021 में नाटक सारी रात का मंचन कालिदास रंगालय के शकुंतला प्रेक्षागृह में किया गया। यह नाटक पटना की नाट्य संस्था विश्वा द्वारा प्रस्तुत किया गया था।
नाटक सारी रात का कथासार है। एक स्याह अंधेरी रात में उपजा सत्य प्रकाश के आलोकित होने से पहले अनेकोंनेक उधेड़बुन एवं अनिश्चय की स्थिति अंततः वातावरण में छोड़ जाता है। वृद्ध, पति, पत्नी और रंजन संपूर्णता की ओर अग्रसर होते हैं, जहां संबंधों की अनेक तहें दृष्टिगोचर होती हैँ। जिज्ञासा प्रबल होकर दमित इच्छाओं की पूर्ति को आतुर होती है, मन को छूती हैँ और आंदोलित करती हैं। सारी रात प्रश्न उत्तर और प्रतिउत्तर के बीच सपनों को यथार्थ रूप देने की प्रतिवद्ध होता दिखता है।
Read also- कायस्थों के राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिवद्ध है जीकेसीःराजीव रंजन प्रसाद
सारी रात के लेखक,-बादल सरकार,अनुवाद- प्रतिभा अग्रवाल, संगीत- राहुल कुमार, संगीत संचालक- राहुल राज, प्रकाश- रोशन सहायक, निर्देशक- मौमिता विश्वास और निर्देशक- राजेश राजा थे। कलाकारों में सुश्री बिश्वास,आदिल रशीद,पंकज कुमार तिवारी ने अपनी महती भूमिका अदा कर दर्शकों का मनोरंजन तो किया ही साथ ही कथ्यों को दर्शकों तक सहज संप्रेसनीय बनाया। नाटक की प्रकाश व्यवस्था तो दृश्यानुकूल तो थी ही प्रकाश विम्बों में रंगो का संयोजन भी सराहनीय था।