गणतंत्र दिवस 2022: पटना,संवाददाता। गणतंत्र दिवस की परेड हर प्रकार से बेमिसाल मानी जाती है। विश्व के तमाम देशों में भारत की संप्रभुता, अखंडता की निशानी के रूप में गणतंत्र दिवस की परेड को देखा जाता है और कई लोग बाकायदा विदेशों से यहां आते हैं और टिकट लेकर इस कार्यक्रम को देखते हैं। इसमे देश की क्षमता, भव्यता, शक्ति और भविष्य की सम्भावनाओ का खुला प्रदर्शन होता है। इस परेड में देश की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन होता है तो दूसरी तरफ देश के लगभग हर राज्य से आने वाली कला मंडलियां अपनी झांकी प्रस्तुत करती है।
ऐसी ही एक प्रदर्शनी में बिहार के कलाकार राजन कुमार गणतंत्र दिवस की ऐतिहासिक परेड में प्रतिनिधित्व किया गुजरात का। वह वस्त्र मंत्रालय की झांकी का एक हिस्सा बने जिन्होंने गुजराती वेशभूषा धारण करके गुजरात की पारंपरिक कला, संस्कृति और परिधान का प्रदर्शन किया।
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मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस की ओर से राजन कुमार को सर्टिफिकेट ऑफ कमिटमेंट भी दिया गया। बताते चलें कि हीरो राजन कुमार बिहार के मुंगेर जिला के टेटिया बम्बर प्रखंड के हैं। साथ ही ,यूथ हॉस्टल्स एशोशिएशन ऑफ इंडिया, बिहार राज्यशाखा के सदस्य भी हैं।
यह मुंगेरवासियों, बिहार वासियों और पुरे देश वासियों के लिए खुशी और प्रेरणा का विषय है कि एक छोटे से शहर के युवा ने इस ऐतिहासिक दिन पर अपनी कला का लाजवाब प्रदर्शन किया। राजन कुमार एक किसान पिता के पुत्र हैं मगर उनके कारनामे सारी दुनिया मे मशहूर हैं।
1998 में भारत सरकार ने उन्हें छऊ डांस के लिए नेशनल अवार्ड दिया था। 2004 में लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में और 2005 मे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम शामिल हुआ। फिर उनका नाम चार्ली चैपलिन द्वितीय के रूप में पूरी दुनिया में जाना जाता है। बिहार में पहले कलाग्राम की स्थापना से लेकर बिहार फिल्म एंड टेलीविजन आर्टिस्ट एसोसिएशन की स्थापना भी राजन कुमार ने कर रखी है।