फतुहा,संवाददाता। एलपीजी रिसाव रोके जाने का प्रदर्शन। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, भारत सरकार और तेल उद्योग सुरक्षा निदेशालय(ओआईएसडी) के मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, बीपीसीएल वर्ष में दो बार ऑन साइट मॉक ड्रिल के साथ ऑफ साइट ड्रिल आपदा नियंत्रण प्रबंधन योजना (डीसीएमपी) के अनुसार आयोजित करते हैं।
इस क्रम में आज ऑफ साइट मॉक ड्रिल का आयोजन भारत पैट्रोलियम के कोको पेट्रोल पम्प, फतुहा के पास आयोजित किया गया। इस मॉक ड्रिल में टैंक लॉरी से एलपीजी रिसाव पर काबू पाने की कोशिश और पूर्ण रूप से इस पर काबू न होने के स्थिति में Emergency Response vehicle द्वारा तरल एलपीजी को क्षति ग्रस्त टैंक लॉरी से खाली टैंक लॉरी में ट्रान्सफर को सफलतापूर्वक प्रदर्शित किया गया।
दूसरी ड्रिल ऑन साइट मॉक ड्रिल थी, जो बीपीसीएल फतुहा के प्रांगण में लगभग दोपहर 3 बजे सम्पन्न कराई गई। यहाँ टैंक लॉरी गैन्ट्री में एलपीजी डीकेंटेसन के दौरान आग लगने तथा उसको सफलतापूर्वक बुझाने को प्रदर्शित किया गया। इन दोनों मॉक ड्रिल में भारत पैट्रोलियम के सुरक्षा दस्ते म्यूचुअल मेम्बर के सहयोग के साथ दोनों काल्पनिक विपदाओं पर सफलतापूर्वक काबू किया।
Read also- हमें युद्ध नहीं बुद्ध चाहिए, क्रान्ति नहीं शान्ति चाहिए : डॉ. भदंत स्वरुपानन्द जी
इस मौके पर मुख्य कारख़ाना निरीक्षक, बिहार एसके द्विवेदी, डीजीएम एलपीजी प्लांट, आईओसी, दिघा राजेश कुमार, एचपीसीएल, एनडीआरएफ़, अग्निशमन विभाग, स्थानीय प्रशासन, स्थानीय पुलिस, सीएमओ फतुहा, एवं आस-पास के इंडस्ट्री अपने टीम के साथ इस मॉक ड्रिल में शामिल हुये। मुख्य कारख़ाना निरीक्षक, बिहार एसके द्विवेदी ने इस अवसर पर एसओपी के तहत काम करने पर विशेष ज़ोर दिया और कारख़ाना अधिनियम से संबन्धित प्रावधानों के बारे में चर्चा की ।
कार्यक्रम का संचालन बीपीसीएल एलपीजी प्लांट फतुहा के मनीष कुमार, सुरक्षा अधिकारी, सौरभ सुरभित, सयंत्र प्रबन्धक एवं धन्यवाद ज्ञापन अरुण कुमार सोनवानी, प्रादेशिक प्रबन्धक (एलपीजी), पटना द्वारा किया गया।