मधेपुरा, संवाददाता। जन लेखक संघ के तत्वावधान में हालिया प्रकाशित ” सदन में भूपेंद्र नारायण मंडल ” पुस्तक पर केंद्रित इंजीनियर हरिश्चंद्र मंडल की अध्यक्षता में एक संगोष्ठी का आयोजन हाल ही मधेपुरा में किया गया। पुस्तक का संपादन श्यामल किशोर यादव सच्चिदानंद यादव और आलोक ने संयुक्त रूप से किया है। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर शचीन्द्र ने कहा कि भूपेंद्र नारायण मंडल दलित, पिछड़े व वंचित समाज के सर्वमान्य नेता थे।
संगोष्ठी को संबोधित करते हुए लेखक-पत्रकार व शिक्षाशास्त्री डॉ. ध्रुव कुमार ने कहा कि ” स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी सेनानी भूपेंद्र नारायण मंडल भारतीय राजनीति में नैतिक मूल्य व सत्यनिष्ठा के बल पर समाजवादी चिंतन धारा को मजबूत करने वाले ऐसे अमर साधक थे, जो मनसा-वाचा-कर्मणा के कारण कबीर परम्परा के राजनीतिक संत कहलाये। उन्हें जब भी मौका मिला चाहे लोकसभा हो या राज्यसभा या फिर बिहार विधानसभा, सभी जगह स्पष्टता और निर्भीकता के साथ आम लोगों की समस्याओं और उनके उत्थान की बातें पूरी मजबूती से बुलंद की।
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डा. ध्रुव ने कहा कि वे सदन की एक जीवंत आवाज थे, जिनकी कमी आज भी बिहार और विशेष कर मधेपुरा समेत कोशी अंचल के लोग महसूस करते हैं। “बीएन मंडल विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि वे समाजवादी चिंतक डॉ राम मनोहर लोहिया के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने वाले राजनीतिक मनीषी थे।
संगोष्ठी में विचार व्यक्त करते हुए जन लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव महेन्द्र नारायण पंकज, शंभू शरण भारतीय, आद्यानंद यादव, डॉ. विनय कुमार चौधरी, प्रो अरुण कुमार, डॉ. अमोल राय, सुरेन्द्र भारती, आलोक राई, डॉ. ओमप्रकाश ओम, जन लेखक संघ के राज्य सचिव सुधांशु चक्रवर्ती, डॉ. शांति यादव ने भी बीएन मंडल को भारतीय राजनीति का अद्वितीय संत कहा।
इस अवसर पर डॉ ध्रुव कुमार को बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के पूर्व कुलसचिव प्रोफेसर शचीन्द्र एवं जन लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव महेन्द्र नारायण पंकज ने संयुक्त रूप से अंगवस्त्रम प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन जन लेखक संघ मधेपुरा जिला सचिव डॉ गजेंद्र कुमार ने किया।