नयी दिल्ली, संवाददाता। राजकीय-राष्ट्रीय सम्मान से अंलकृत समाजसेविका डा. नम्रता आनंद को दिल्ली में इंस्पायरिंग वूमेन अवार्ड से सम्मानित किया गया। यह सम्मान पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंग, एनजीओ, चैंबर ऑफ प्रोफेशनल्स की तरफ से कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित “तीसरे वार्षिक पॉश कॉन्क्लेव और पुरस्कार समारोह” में दिया गया।
इस अवसर पर देशभर के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाली 20 महिलाओं को इंस्पायरिंग वूमेन अवार्ड से सम्मानित किया गया। सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के लिये डा. नम्रता आनंद को इंस्पायरिंग वूमेन अवार्ड से सम्मानित किया गया। डा. नम्रता आनंद को यह अवार्ड राजीव रंजन प्रसाद, (राष्ट्रीय सचिव जदयू) और शाजिया इल्मी (भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता) ने संयुक्त रूप से संस्था की ओर से दिया।
डा. नम्रता आनंद ने इंस्पायरिंग वूमेन अवार्ड सम्मान दिये जाने पर खुशी जाहिर की और इसके लिये पिंक एंड ब्लू-सिम्बियोटिक लिविंग, एनजीओ, के अध्यक्ष अवनीश श्रीवास्तव का शुक्रिया अदा किया है। उन्होंने कहा कि इंस्पायरिंग वूमेन अवार्ड मिलना मेरे लिये लिये गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि कोई भी अवार्ड आपके काम को रिकॉगनिशन देता है।
Success story: दीदीजी से पर्यावरण लेडी ऑफ बिहार बन गई डा.नम्रता आनंद
डा. नम्रता ने कहा कि यौन उत्पीड़न निवारण अधिनियम (पॉश) महिलाओं को सशक्त बनाने का एक अवसर है और इस कानून को हर कार्यस्थल पर लागू किया जाना चाहिए। पिंक एंड ब्लू की प्रतिबद्धता और पहल सराहनीय है। हमारे समाज में महिला सशक्तिकरण की बहुत आवश्यकता है। हमारे समाज में महिलाओं का जीवन पुरुषों द्वारा तय किया गया है और पुरुषों ने महिलाओं की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित किया है। जब हम चुनने की स्वतंत्रता का अधिकार नहीं मिलेगा तब तक महिलाओं को सशक्त बनाया जा सकता है। महिलाओं को उचित प्रशिक्षण देकर और पॉश को लागू करके इस यौन उत्पीड़न की घटनाओं को रोका जा सकता है।
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वर्ष 2019 में डा. नम्रता आनंद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक का राजकीय सम्मान भी दिया। इनसब के साथ डा. नम्रता आनंद सामाजिक संगठन रोटरी क्लब में भी सक्रिय भूमिका निभाती रही हैं। वर्ष 2021 में डा. नम्रता आनंद ने कुरथौल के फुलझड़ी गार्डेन में संस्कारशाला की स्थापना की। संस्कारशाला के माध्यम से गरीब और स्लम एरिया के बच्चों का नि.शुल्क शिक्षा, संगीत, सिलाई-बुनाई और डांस का प्रशिक्षण दिया जाता है। पर्यावरण लेडी आफ बिहार के रूप में चर्चित हो रही डा. नम्रता आनंद बक्सवाहा के जंगल को बचाने की मुहिम में भी जुड़ी हुई है।