पटना, संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि 34 साल बाद मोदी युग में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव हुआ है और नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति से स्ट्रीम के चुनाव में फ्लेक्सबिलिटी आई है।
प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मेडिकल एजुकेशन में ऐतिहासिक विस्तार हुआ है। भारत के हेल्थकेयर सिस्टम में नई प्रतिभाओं को बढ़ावा मिला है। 2014 में 7 एम्स, 387 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि 2022 में 22 एम्स क्रियाशील/स्वीकृत और 606 मेडिकल कॉलेज हो गए है।
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श्री अरविन्द ने कहा है कि वहीं दूसरी ओर आईआईएम की संख्या में भी हुई बढ़ोतरी हुई है। 2014 में जहां 13 आईआईएम थे, वहीं 2022 में आईआईएम की संख्या बढ़कर 20 हो गई है।
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उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव से विश्वविद्यालयों की बढ़ती संख्या से देश में शिक्षा में अभुतपूर्व बढ़ावा मिला है। 2014 में जहां 720 विश्वविद्यालय थे, वहीं 2022 में 1,043 विश्वविद्यालयों की संख्या हो गई है। हमारे आदिवासी बच्चों के लिए शिक्षा के बढ़े अवसर जहां 2004-2014 तक एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूलों की संख्या 90 थी, वहीं 2014 के बाद अब इन स्कूलों की संख्या बढ़ाकर 500 की गई।