कायस्थ जाति को चप्पे चप्पे पर नेता की जरूरत। पटना, मुकेश महान। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस ( जीकेसी ) का आज एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम पटना के बीआईए सभागार में संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम बिहार प्रदेश के लिए पटना जिला इकाई द्वारा आयोजित बिहार प्रदेश कार्यसमिति की बैठक के रुप में आयोजित किया गया था। इसमें प्रदेशभर के जिकेसियनों ने भाग लिया और अपनी अपनी बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता जीकेसी की मुख्य ट्रस्टी रागिनी रंजन कर रही थी। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान चित्रगुप्त की तस्वीर पर माल्यार्पण से हुई।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में रागिनी रंजन ने कहा कि जीकेसी ने कायस्थ एकजुटता को लेकर एक मिशाल कायम किया है। हमें इसे बनाया रखना है। संबोधन के बीच में उन्होंने मंच से जीकेसी के मुख्य अधिकारियों का परिचय भी कराया और उनका आभार भी प्रकट किया।
राजीव रंजन ने विवेकानंद को कोट करते हुए कहा कि जो सत्ता या सरकार कायस्थ विभूतियों की गणना नहीं करती वह सरकार सक्षम नहीं हो सकती है। उन्होंने इसे आगे बढ़ाते हुए कहा कि हमने देश को पहला राषट्रपति दिया, प्रधानमंत्री दिया कई केंद्रीय मंत्री दिया, कई राज्यों में मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को दिया। हमें शासन चलाना आता है। फिर आज हम इससे महरूम क्यों हैं। उन्होंने कहा कि यह सब एक साजिश के तहत हमें जाति से उपर उठने की बात समझा कर, बहका कर किया गया है ताकि हम इकट्ठे न हो सकें और लोग शासन के नाम पर कुशासन चलाते रहें। उन्होंने कहा कि हम 24 दिसम्बर 23 को शासन की कुंभकर्णी निद्रा तोड़ने लाखों की संख्या में दिल्ली आरहें हैं और 2024 को अपने हिसाब से तय करेंगे।
कार्यक्रम में बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने 10 प्रस्ताव पेश किया, जिसे सर्वसम्मती से पास कर दिया गया। साथ ही उन्होंने जीकेसी के मूल सात सिद्धान्तों की चर्चा की और कहा कि हम सब मिल कर बहुत कुछ कर सकते हैं और करेंगे भी, बस आप सबों का साथ चाहिए। हम अपने पूर्वजों के इतिहास को जरूर दुहराएंगे।
राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार कमल किशोर ने कहा कि हम चाहते हैं कि हर जिले कायस्थों का अपना भवन-चित्रगुप्त भवन हो हो। औरंगाबाद में यह बन कर तैयार हो गया है। जातियों के नाम पर कई शहरों में कई भवन हैं जो सरकार की जमीन पर बनी है। हमें भी सरकार से जमीन की मांग कर इस दिशा में पहल करने की जरूरत है।
अलग अलग जिलों से आए प्रतिनिधियों ने जीकेसी और ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन में अपनी आस्था व्यक्त किया और भरोसा दिलाया कि वो हर हाल में जीकेसी के साथ हैं। कार्यक्रम का समापन जिले से आए प्रतिनिधियों के सम्मान के साथ हुआ।