औरंगाबाद,संवाददाता। आगामी ग्यारह मार्च को वीर शिरोमणि एवं अंतिम हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज की जयंती पर आयोजित संगोष्ठी : इतिहास की धरोहर में सेना के जवान शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।
उक्त निर्णय आज जन विकास केंद्र एवं जन विकास परिषद की हुई संयुक्त बैठक में लिया गया। अधिवक्ता संघ भवन में आयोजित इस बैठक में पूर्वपीठिका तैयार करने हेतु निर्णय लिया गया। अधिवक्ता भवन में आयोजित बैठक की अध्यक्षता रामजी सिंह ने की।
बैठक में केंद्रीय सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि हिंदुओं के अंतिम राजा पृथ्वीराज चौहान एक ऐतिहासिक पुरुष थे तथा राजा दशरथ के बाद शब्दवेधी वाण चलाने वाले अंतिम हिंदू राजा थे। उनकी शौर्य-गाथा से देश दुनिया को अवगत कराने हेतु विगत कई वर्षों से उनकी पुण्यतिथि समारोह का आयोजन समारोह पूर्वक किया जाता रहा है। पूर्व की तरह इस वर्ष भी ग्यारह मार्च को अधिवक्ता संघ भवन में ‘पृथ्वी राज की शौर्य:गाथा इतिहास की धरोहर ‘विषयक संगोष्ठी, समारोह का आयोजन किया जाएगा।
इसे भी पढ़ें- चर्चित समाज सेविका डा. नम्रता आनंद को मिला गार्गी एक्सीलेंस अवार्ड
उक्त कार्यक्रम में सर्व प्रथम जिले के महान स्वतंत्रता सेनानी राजा नारायण सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया जाएगा। तत्पश्चात अधिवक्ता संघ में मुख्य अतिथियों द्वारा समारोह का उद्घाटन होगा। उक्त प्रसंग में जिले के इतिहासकारों,साहित्यकारों एवं बुद्धिजीवियों को आमंत्रित किया जाएगा। इसके साथ हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज की जयंती के अवसर पर शहीदों के परिजनों को सम्मानित करने का निर्णय भी लिया गया।
इसे भी पढ़ें- लंदन से दो फिल्म ‘सपना’ और ‘मितवा’ कर स्वदेश लौटे अभिनेता रोहित राज यादव
बैठक की अंत में मुख्य अतिथि डॉ सुरेंद्र मिश्रा ने पृथ्वीराज चौहान के व्यक्तित्व और कृतित्व पर संक्षिप्त प्रकाश डाला। बैठक में सरपंच संघ बिहार के प्रधान महासचिव के रविंद्र कुमार सिंह,वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, शिक्षक अरुण कुमार सिंह,अवकाश प्राप्त मुरलीधर पांडेय, सतखंडी महोत्सव के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह एवं उपाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।