पटना, संवाददाता। राजद प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने भाजपा नेता सुशील मोदी पर कल कैबिनेट द्वारा मंजूर किए गए अध्यापक नियमावली 2023 के सम्बन्ध में शिक्षक अभ्यर्थियों को भ्रमित करने का आरोप लगाया है।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि कल नई नियमावली को कैबिनेट द्वारा मंजूर किए जाने के बाद भाजपा नेता सुशील मोदी सहित अन्य भाजपा नेताओं की बेचैनी बढ़ गई है। वे नहीं चाहते कि शिक्षकों की बहाली हो और बेरोजगार नौजवानों को नौकरी मिले। इसीलिए एक सोची समझी रणनीति के तहत उनके द्वारा नियमावली के सम्बन्ध में भ्रम पैदा करने की कोशिश की जा रही है। जबकि नियमावली में उन सारे मांगों को शामिल किया गया है, जिनकी मांगें की जा रही थी। साथ हीं उन अवरोधों का भी दूर कर दिया गया है, जिसकी वजह से प्रक्रिया को बाधित होने की संभावना बनती।
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राजद प्रवक्ता ने कहा कि जिस भाजपा की अड़ंगेबाजी के कारण वर्षों से बिहार में शिक्षकों की बहाली नहीं हो रही थी, उसके नेता अब घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। केन्द्र में भाजपा के सत्ता में आने के बाद लगभग सभी प्रकार की सेवाओं में नियमित बहाली बंद ही कर दी गई है, वहीं बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा शिक्षकों के पद पर नियमित बहाली की प्रक्रिया शुरू कर भाजपा को आईना दिखाने का काम किया गया है। इससे भाजपा की बौखलाहट बढ गई है।
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राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार कोई पहला राज्य नहीं है, जो पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की बहाली परीक्षा के आधार पर करने जा रही है। केन्द्रीय विद्यालयों, नवोदय विद्यालयों, सैनिक स्कूलों के साथ ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड जैसे राज्यों में भी परीक्षा के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है। इस प्रक्रिया पर किसी को न सवाल उठाने की गुंजाइश है और न प्रक्रिया को किसी प्रकार बाधित करने की। इसके साथ ही बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी मिलेगी।