भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी एकता को लेकर किए जा रहे प्रयास पर कटाक्ष करते ...
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जो संतों का विरोध करेगा, उसका अंत निश्चित : विजय कुमार सिन्हा

प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने नीतीश पर कसा तंज, अपने बलबूते बिहार में सरकार नहीं बना पाए, चले विपक्ष को जोड़ने।

पटना, संवाददाता। भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय कुमार सिन्हा ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विपक्षी एकता को लेकर किए जा रहे प्रयास पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो नेता अपने बलबूते बिहार में सरकार तक नहीं बना पाए, वह आज विपक्ष को एकजुट करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि उनकी बात कौन मानेगा।

पटना स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में जन कल्याण संवाद कार्यक्रम में आए 50 से अधिक लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सामूहिक नेतृत्व से चलती है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भ्रष्टाचारी को कतई स्वीकार नहीं करेगी।

उन्होंने लालू प्रसाद और नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि जेपी ने जातिविहीन समाज और भ्रष्टाचार मुक्त राष्ट्र बनाने की कल्पना की थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद बताए कि उन्होंने जेपी की इस कल्पना की शपथ ली थी या नहीं। उन्होंने कहा कि कभी ये जातीय नरसंहार तो कभी जातीय उन्माद फैलाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इनकी सरकार बिहार के दो तिहाई युवाओं का भविष्य अंधकारमय कर दिया।

नीतीश कुमार के विपक्षी एकता को लेकर राज्य के दौरे के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने भड़कते हुए कहा कि जो बिहार में अपने दम पर सरकार नहीं बना सके वे विपक्ष को क्या एकजुट कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि स्वार्थ और महत्वकांक्षा को लेकर बराबर पलटी मारने वाला की बात कौन मानेगा। उनकी सिद्धांतविहीन राजनीति को कोई स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि राजनीति में अब उनके कुछ दिन शेष हैं इस कारण वे अंतिम यात्रा कर ले रहे हैं।

विजय कुमार सिन्हा ने राजद के कई नेताओं के धीरेंद्र शास्त्री के पटना आगमन को लेकर विरोध करने के प्रश्न के उत्तर में कहा है कि राजद के लोग बिहार में धार्मिक उन्माद और वर्ग संघर्ष करना चाहते हैं। हिंदुओं की गौरव गाथा को गाने वाले का विरोध बिहार की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि बिहार लालू प्रसाद यादव के परिवार की जमीदारी नहीं है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि किसकी हिम्मत है जो बागेश्वर बाबा का विरोध करेगा। बिहार लोकतंत्र की धरती है और जो भी बिहार और संस्कृति का सम्मान करने के लिए आएगा उसका स्वागत किया जाएगा। श्री सिन्हा ने कहा कि जो भी संतों का विरोध करेगा, उसका अंत निश्चित है। विरोध करने वालो के मुंह पर कालिख लगाई जाएगी।

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राजद को नसीहत देते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि राजद को तुष्टिकरण की राजनीति बंद करना चाहिए। पिछले दिनों नालंदा में हुए सांप्रदायिक तनाव का जिक्र करते हुए कहा कि हर साल भगवान राम और सीता की मूर्ति को नालंदा के मनीराम अखाड़ा में रखा जाता है। अबतक मूर्तियों को नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि मैं और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी नालंदा जाएंगे और वहां मूर्तियों को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि वैशाख पूर्णिमा के दिन मूर्तियों को रखा जाए।

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बिहार में शिक्षक नियुक्ति को लेकर पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में श्री सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव चुनाव के दौरान पहली कैबिनेट में 10 लाख नौकरी का दावा करते थे और आज बहाली का झुनझुना बजा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले साढ़े तीन लाख शिक्षकों की बात करते थे, आज आधा कर दिया। उन्होंने कहा कि सीटीईटी और बीटीईटी का क्या होगा। उन्होंने कहा कि सरकार नियुक्ति के नाम पर नियुक्ति घोटाला करने वाली है।