ज्योतिष शास्त्र में 6 ऐसी राशियों का जिक्र है, जिसके जातकों पर भगवान शिव की कृपा रहती है। आइए जानते हैं उन 6 राशियों के बारे में। वे कौन कौन सी राशि हैं, जो भोलेनाथ को अतिप्रिय हैं। हम आपको यह बताएँगे कि इन राशि के लोग किस तरह भोलेनाथ की पूजा करें? कैसे रुद्राभिषेक करें? शिवलिंग पर क्या अर्पित करें? कि महादेव की कृपा हमेशा बनी रहे।
वृषभ और तुला राशि –
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक वृषभ राशि के स्वामी शुक्राचार्य हैं। भोलेनाथ के आशीर्वाद से महामृत्युंजय मंत्र की सिद्धि, सिर्फ शुक्राचार्य के पास ही है। साथ ही वृषभ का अर्थ होता है बैल, और शिव परिवार में तो नंदी भी शामिल हैं। माना जाता है कि इनकी कृपा से वृषभ और तुला लग्न /राशि के जातकों को जीवन में शिवजी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
माना जाता है कि वृषभ और तुला लग्न में जन्म लेनेवाले लोग अगर सोमवार को भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ साथ शुक्रवार को भी भोलेनाथ की पूजा करें और शिवरलिंग का अभिषेक करें तो उनके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।वृषभ लग्न वालों को चाहिए कि वे शुक्रवार के दिन दही से भगवान शिव का अभिषेक करें और शिवलिंग पर सफ़ेद आक के फूल चढ़ाएं। साथ ही सफ़ेद चन्दन भी अर्पित करें।भोलेनाथ को इत्र या परफ्यूम अर्पित करें।
Read also-ब्रह्मपुर महादेव मंदिर: जहां धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष मिलता है भक्तों को
इसके साथ रुद्राष्टक का पाठ करें तो विशेष लाभ मिलता है और हर मनोकामना पूरी होती है। जबकि तुला लग्न में जन्म लेनेवाले लोगों को सफ़ेद वस्त्र पहनकर शुक्रवार वाले दिन गाय के घी, इत्र या सुगंधित तेल या मिश्री मिले दूध से भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए।अभिषेक के बाद, आक के फूल चढ़ाएं. साथ ही शिवलिंग पर सफ़ेद चन्दन जरूर अर्पित करें। इसके बाद स्फटिक के माला से, महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से महादेव की कृपा के साथ साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा।
मिथुन और कन्या-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मिथुन और कन्या राशि भी भगवान शिव की प्रिय राशियों में है। मिथुन और कन्या राशि के स्वामी ग्रह हैं बुध। हमारी बुद्धि कैसी है? ये बुद्ध ही नियंत्रण करते हैं और बुद्धि के देवता गणेश जी हैं। गणेश जी का दिन भी बुधवार ही है। गणेश शिवपुत्र भी हैं इसलिए इनपर विशेष कृपा तो बनती ही है।
माना जाता है कि मिथुन और कन्या लग्न में जन्म लेने वाले लोग अगर सोमवार को भगवान शिव की विधिवत पूजा करें और साथ में हरे रंग के कपड़े पहनकर बुधवार को भी भोलेनाथ की पूजा और अभिषेक करें तो उनके जीवन के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं।मिथुन और कन्या लग्न/राशि में जन्म लेनेवालों के लिए, हरा रंग बेहद शुभ माना जाता है इन दोनों लग्नों और राशियों में जन्म लेने वाले लोग भगवान शिव को विशेष पसंद है।मिथुन लग्न वाले लोगों को गन्ने के रस से और कन्या लग्न वाले लोगों को पंचामृत से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। अभिषेक के बाद बेलपत्र, भांग, और धतूरा का फल, महादेव को अर्पित करें। बाद में गाय को पालक जरूर खिलाएं।ऐसा करने से आपके कष्ट दूर होंगे आपकी मनोकामना पूर्ण होंगी साथ ही साथ, गणपति का भी आपको आशीर्वाद प्राप्त होगा।
Read also-Sawan Special: ब्रह्महत्या के पाप से मुक्ति के लिए राम आए थे बैकठपुर मंदिर
मकर और कुंभ-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक मकर और कुंभ राशि भी भगवान शिव की प्रिय राशियों में है। इन राशियों के स्वामी शनि देव हैं, जो भगवान शिव के प्रिय भक्त हैं।इसलिए मकर और कुंभ राशि के जातकों पर भगवान शिव की विशेष कृपा रहती है। इन लग्नों में जन्म लेने वाले लोगों को सोमवार के साथ साथ शनिवार के दिन अभिषेक करना चाहिए ।
मकर लग्न वाले तिल के तेल से और कुंभ लग्न वालों को सरसो के तेल से अभिषेक करना चाहिए कुम्भ लग्नवाले लोगों को सोमवार के दिन नारियल के पानी, गन्ने के रस, से भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए। इससे भोलेनाथ की कृपा तो बरसती ही है शनिदेव का आशीर्वाद भी मिलता है। अभिषेक के बाद महादेव को आक के फूल, बिल्वपत्र, भांग, धतूरा अर्पित करें। साथ में गुलाब जामुन, जरूर चढ़ायें। इसके अलावा गरीबों की मदद करें। हो सके तो उन्हें काला कम्बल दान करें। जरूरतमंद लोगों को काले रंग की छाता भी भेंट कर सकते हैं। संभव हो तो काले बैगन की सब्जी और पुरी सरसो तेल में तैयार कर मजदूरों को खिलाएं। ऐसा करने से भोलेनाथ की कृपा मिलने के साथ ही शनिदेव का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा।