sawan special: कथा भिक्षु वर्य अवतार की। दानेश्वर भोलेनाथ अपने भक्तों की इच्छाओं को अपने अनुसार ही पूरा करते हैं। भक्ति अनुरागियों की माने...
धर्म-ज्योतिष

sawan special: हर प्राणियों के जीवन रक्षा का संदेश है महादेव का ” भिक्षु वर्य अवतार “

sawan special: कथा भिक्षु वर्य अवतार की। दानेश्वर भोलेनाथ अपने भक्तों की इच्छाओं को अपने अनुसार ही पूरा करते हैं। भक्ति अनुरागियों की मानें तो भोलेनाथ को मनाने के लिए उनके भिक्षुवर्य अवतार की महिमा अद्वितीय है। तमी तो दरिद्र शब्द का मान बढ़ाया है नारायण ने और “दरिद्रनारायण’ एकाकार हो सका। भिक्षु वर्य अवतार शिव का यही रूप है।
अवतार पुराण, संहिता तथा श्रुति श्रवण पर आधारित कथा के अनुसार व्रत पूजन के समय ही विदर्भ नरेश सत्यरथ को यह जानकारी मिली कि उनके राज्य पर दुश्मनों ने हमला कर दिया है। राजा सत्यरथ खुद अपने दल के साथ शिव आराधना खंडित कर युद्ध के लिए निकल पड़े। शिव को अपनी अवहेलना अच्छी नहीं लगी। राजा युद्ध में मारे गए और उनकी गर्भवती पत्नी भय से महल त्याग कर जंगल की ओर चली गई। वो प्रसव पीड़ा से त्रस्त थी। एक नदी तट पर रानी ने एक दिव्य बालक को जन्म दिया।

Read also- शिव अवतार : भगवान नृसिंह के क्रोध को शांत करने के लिए शिव ने लिया शरभ अवतार
बालक के जन्म स्धल पर कोई और नहीं था। तभी रानी को प्यास लगी। वो किसी तरह रोता बालक को छोड़ पानी पीने नदी तट पर पहुंची। वहां घात लगाये धडि़याल को रानी देख न सकी। पहले से घात लगाए उस घड़ियाल ने रानी को पानी में खींच कर अपना ग्रास बना लिया।।
इधर नवजात का करूण क्रंदन सुन एक भिक्षुणी वहां आयी। उस बालक के समीप किसी को नहीं देख भिक्षुणी को भय लगने लगा। तभी फौरन शिव ने प्रकट हो कर उस भिक्षुणी को दर्शन दिया तथा नवजात के पालन पोषण को कहते हुए अपनी रहस्यमयी लीला से ही अवगत कराया।

Read also-शिव अवतार: भक्तों की इच्छा पूर्ति के लिए ही सातवां शिव अवतार था गृहपति अवतार
भिखारिन का वातसल्य स्नेह में उमडने लगा। कालांतर में शिव भक्ति में नेम, नियम, निष्ठा का सेबी बालक को भिक्षु वर्य कहा जाने लगा। भिखारिन ने भी जीवन पर्यन्त शिव पाठिका बन कर भिक्षु वर्य के समक्ष ही प्राण त्याग दिया। पुनः शिव प्रकट हुए और बालक को खुद का अंश तथा विदर्भ क्षेत्र का आधिपत्य राजपुत्र कह शिव -शक्ति आराधना का मंत्र दिया। आज भी विदर्भ क्षेत्र की मंदिरों में भिक्षुवर्य अवतार की विधि पूर्वक पूजन की जाती है। यह माना जाता है।

शंभुदेव झा ( लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं)

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.