राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बनाई जन सुराज पार्टी । दिल्ली की ज्योतिषी बी कृष्णा कर रही हैं पार्टी कुंडली का ज्योतीषीय विवेचन।
नई दिल्ली। पटना में 2 अक्टूबर 2024 को वर्ष 2025 में होनेवाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, जनता के सुंदर राज और बिहार के बदलाव की बात करते हुए एक नई राजनीतिक पार्टी जन सुराज पार्टी’ की घोषणा की गई। राजनीतिक विशेषज्ञ और रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इसकी घोषणा खुले मंच से की। साथ में दावा भी किया कि हमें दिल्ली (केंद्र) की जरूरत नहीं। केंद्र की मेहरबानी नहीं चाहिए। अपनी व्यवस्था हम स्वयं बनाएंगे। बिहार को मदद की जरूरत नहीं बल्कि बिहार दूसरों की मदद करेगा।दावा यह भी कि सरकार बनते ही एक घंटे के भीतर शराबबंदी खत्म कर दी जाएगी। रोजगार के साधन बिहार के लोग अपने ही घर में स्वयं जुटाने लगेंगे।वो विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था बिहार को देंगे।
ऐसे कई और दावे वो पहले से जन सुराज को लेकर करते रहे हैं और इन्हीं लुभावने दावों के बल पर सत्ता में उम्मीद भी लगाए बैठें हैं। इन दावों को ध्यान में रखते हुए ज्योतिष के नज़रिए से यह देखने का प्रयास करते हैं कि प्रखर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर, जिन्होंने कई नेताओं के राजनीति की राह सुगम बनाई है स्वयं उनकी पार्टी के लिए राजनीति की राह कितनी सुगम होगी। यहां यह बता देना जरूरी है कि प्रशांत किशोर सबकुछ आपके लिए मतलब जनता के लिए करने की बात भी करते रहे हैं।
कुंडली जो बन रही है वह अमावस्या के दिन ब्रह्म योग एवं नाग करण के साथ कुंभ लग्न और कुंभ ही नवांश की कुंडली है। कृष्ण पक्ष और दिन का जन्म, लग्न कुंडली में लग्नेश लग्न में, अष्टमेश अष्टम में तथा नवमेश नवम भाव में तथा गुरु केंद्र में होकर कुंडली को बल प्रदान कर रहे हैं। स्थिर एवं वर्गोत्तम लग्न का होना भी शुभ है।
कुंडली की कमजोर कड़ी है पंचम भाव में मंगल का होना। पंचमेश का अष्टम में होना। दशम भाव पर शनि की दृष्टि तथा अमावस्या का जन्म।वर्तमान में चलने वाली दशा है-चंद्र/ मंगल/ सूर्य की। दशानाथ चंद्र एवं प्रत्यंतर दशानाथ सूर्य अष्टम भाव में अष्टमेश के साथ हैं तथा मंगल से दृष्ट हैं।
इसे भी पढ़ें-जदयू कार्यकारिणी की बैठक विधान सभा चुनाव में मील का पत्थर साबित होगा -मनोज लाल दास मनु
वर्ष 2025 में होनेवाले विधानसभा चुनाव के समय की दशा रहेगी चंद्र/राहु की। राहु जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में है तथा इसका राश्याधिपति गुरु चतुर्थ भाव में हैं। कुंडली में बनने वाले योग, चलनेवाली दशानुसार कुछ इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि एक बेहतरीन MIND PLAYER जो जनता को ख्वाबों की दुनिया में ले जाने की पूरी कोशिश करेंगे। स्वयं द्वारा निर्धारित नीतियों में स्वयं ही फेरबदल करेंगे। नवांश में नवम भाव में राहु का होना एवं नवम भाव का शनि, मंगल से दृष्ट होना, धार्मिक उन्माद की स्थिति बना रही है। दलित एवं मुस्लिम को अपने पक्ष में करने के लिए धर्म का बखूबी इस्तेमाल पार्टी द्वारा किया जा सकता है। लग्न कुंडली में राहु का द्वितीय भाव में होने से राज्य को नशे की चपेट से निकाल पाना संभव नहीं दिखता। भ्रामक बातों की भरमार होगी।अलबत्ता राहु का राश्याधिपति गुरु का चतुर्थ भाव में बैठना इस मुद्दे के आधार पर पार्टी को लाभ दिला सकता है। शिक्षा व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने की बात मुंगेरी लाल के हसीन सपने ही साबित हो सकते हैं। थोड़ी बहुत कोशिश होगी परन्तु कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाएंगे। साथ चलनेवाले विश्वसनीय लोग ही इनके विरोध में षड्यंत्र रच सकते हैं। सावधानी की अत्यंत आवश्यकता है। जन सुराज में अनावश्यक विवाद भी उत्पन्न होते रह सकते हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो एक पार्टी नहीं, एक कंपनी का गठन हुआ है, जिसमें निवेश करना फायदेमंद होगा। कुछ इस तरह से BRAINWASH किये जाने का प्रयास किया जा सकता है। फिलहाल सत्ता शीर्ष पर पहुंचने के संकेत तो नहीं मिल रहे हैं परंतु कुछ जगहों पर केंद्र की मदद से राजनीति की विसात को पलटने में कामयाब हो सकते हैं। (नोट-इस कुंडली के साथ प्रशांत किशोर एवं मनोज भारती की कुंडली को मिलाकर देखा जाना ज्यादा सटिक होगा) इसे लेखक का निजी विचार समझा जाए।
5 Replies to “जानें क्या कहती है जन सुराज पार्टी की कुंडली”