पटना / सवांददाता। कृषि कानूनों के विरोध में जन अधिकार पार्टी (लो) किसान संसद बुलगाएगी। किसान संसद में सभी पार्टियों के विधायकों और सांसदों को बुलाया जाएगा। किसान संसद के तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी। जाप कृषि कानूनों के खिलाफ राज्यव्यापी आंदोलन भी करेगी। मार्च महीने में पटना में देश भर से किसान नेताओं और राजनेताओं को बुलाकर इस बिल के खिलाफ रैली का आयोजन किया जाएगा। पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया कि बिहार में एमएसपी कानून के दायरे में लाया जाए। इसमें सब्जियों और दलहन को भी जोड़ा जाए।
पप्पू यादव ने कहा की हमारा सुप्रीम कोर्ट से आग्रह है कि तत्काल प्रभाव से इस कानून को रदद् किया जाएगा। साथ ही किसानों को संसद भवन के सामने या रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाए। अभी तक 63 किसानों की मौत हो चुकी हैं। किसानों का अब सरकार पर भरोसा नहीं हैं। जब तक कानून वापस नहीं होगा, तबतक हमारा आंदोलन क्रमशः जारी रहेगा।
जाप सुप्रीमो ने आगे कहा कि कोरोना टीकाकरण पर भाजपा राजनीति कर रही है। कोरोना काल में देश भर में अराजकता पैदा करने वाले आज टीकाकरण का श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए हैं। सरकार को टीकाकरण की शुरुआत समाज में अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति से करनी चाहिए। साथ ही सभी लोगों के लिए इसकी व्यवस्था कम समय में करनी चाहिए।
जाप कार्यालय में आज राजू दानवीर के नेतृत्व में युवा कार्यकारणी की बैठक संपन्न हुई। बैठक में कृषि कानून के खिलाफ़ लंबे समय तक संघर्ष करने का निर्णय लिया गया। राजू दानवीर ने कहा कि जाप के कार्यकर्ता इस काले कानून के खिलाफ किसानों को गोलबन्द करते रहेंगे। इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, जाप महासचिव प्रेमचंद सिंह सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।