डॉ.वीपी सिंह ने एमआरआई, मैमोग्राफी, एक्स रे, अल्ट्रासाउंड किया।
पटना। कैंसर के कुप्रभाव से दुनिया भर को जागरूक करने के उद्देश्य से 4 फरवरी विश्व कैंसर दिवस के रूप में मनाया जाता है। बिहार के कैंसर सुपर मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल सवेरा कैंसर हॉस्पिटल ने 4 फरवरी को अपने हॉस्पिटल मुफ्त कैंसर ओ पी डी सेवा के साथ साथ बेहतर स्क्रीनिंग के लिए मुफ्त एक्सरे एवम मेमोग्राफी सुविधा देगी। आज इस सम्बंध में एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ एवम सवेरा कैंसर हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ वी पी सिंह ने यह बातें कहीं। उन्होंने आगे बताया कि किस तरह कैंसर समाज के हर तबके तक अपनी जकड़ बना रहा है, और कैंसर से लड़ने के लिए समाज को जागरूक करना ही होगा। इस अवसर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ रियल लाइफ कैंसर वारियर्स भी उपस्थित थे जिन्होंने अपनी आपबीती प्रेसवार्ता के दौरान खुद से सुनाई, एवम बताया कि कैसे मुश्किल समय मे हिम्मत, पॉजिटिव जज्बा एवं सही इलाज से वे अभी स्वस्थ महसूस कर पा रहे हैं। प्रेस वार्ता के दौरान कैंसर वारियर्स की भावनाओं में कई बार डॉ वी पी सिंह उनके दोस्त, साथी और मार्गदर्शक के रूप में नजर आए।
इस अवसर पर डॉ वी पी सिंह ने कहा कि तंबाकू से होने वाले कैंसर मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ रही है। दुनिया भर में आज तंबाकू के सेवन से लगभग 50 लाख लोग हर साल मरते हैं, जबकि यह आंकड़ा भारत में दस लाख से ज्यादा है, जो 2022 तक 25 लाख तक पहुंच जायेगा। भारत में 20 लाख से ज्यादा मरीज तंबाकू सेवन के कारण कैंसर पीड़ित हैं। इनमें 20 प्रतिशत सिगरेट, 40 प्रतिशत बीड़ी, और 40 प्रतिशत पानी खैनी आदि चबाते हैं। लगभग 55 हजार बच्चे हर साल इसके शिकार हो रहे हैं। हर साल तंबाकू जनित रोगों से 8 लाख लोग मरते हैं, यानी हर घंटे 90 लोगों की मौत की वजह सिर्फ तंबाकू है। उन्होंने बताया कि तंबाकू और इसके धुएं में लगभग 4000 केमिकल पाये गए हैं, जिनमें 60 से अधिक केमिकलों का कैंसर से सीधा रिस्ता है। बिहार में लगभग तीन लाख कैंसर रोगी में 70 प्रतिशत तंबाकू जनित हैं। तंबाकू सेवन से पुरूषों में नपुंसकता और महिलाओं में प्रजन्न क्षमता भी कम होती जा रही है।
इस दौरान डॉ सिंह ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि तंबाकू से दुष्प्रभाव के खिलाफ हमने जो अभियान चलाया है, उसे सफल बनाने में लोग अपना अहम योगदान दें। तभी हम तंबाकू मुक्त समाज बना सकेंगे। साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से तंबाकू उत्पाद पर रोक लगाने की सलाह दी और कहा कि आज देश के 15 राज्यों में तंबाकू पूरी तरह से प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि तंबाकू से मुंह, गला, अमाशय, यकृत, फेफड़े का कैंसर तथा हृदय रोग बढ़ जाती है। तंबाकू जनित रोगों में सबसे ज्यादा मामले फेफड़े और रक्त संबंधित रोगों के हैं, जिनका इलाज न केवल महंगा जटिल भी है।
उन्होंने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान (आईसीएमआर) की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि पुरूषों में 50 प्रतिशत और महिलाओं में 25 प्रतिशत कैंसर की वजह तंबाकू हैं। इनमें 90 प्रतिशत में मुंह का कैंसर है। इसलिए राज्य को कैंसर मुक्त बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है कि बिहार की जनता को तंबाकू मुक्ति की ओर बढ़ाया जाय। इसी दिशा में यह कदम है।
कैंसर सम्बन्धी इलाज के लिए उन्होंने मल्टी स्पेशलिटी कैंसर अस्पताल के उपयोगिता पर भी प्रकाश डाला एवम बताया कि कैसे अनवरत रिसर्च, इलाज के तरीके में नए अन्वेषण और ट्रीटमेंट्स की सतत प्रक्रिया द्वारा कैंसर को मात देने के लिए सवेरा कैंसर अस्पताल प्रतिबद्ध है। सवेरा कैंसर हॉस्पिटल एक मिशन के तौर पर काम कर रहा है, जहां बिहार या आसपास के प्रदेशों के मरीज या उनके परिजन को अपने घर के नजदीक रहकर ही इलाज की सम्पूर्ण सुविधा कम से कम खर्चे में उपलब्ध हो सके, उस दिशा में ही प्रयास कर रही है।