नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल दौरे के दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को किसानों के साथ खिचड़ी खाकर उनसे जुड़ने की कोशिश की। मौजूदा समय राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच जेपी नड्डा ने ‘खिचड़ी नीति’ से बंगाल के 70 लाख किसानों को खास संदेश देने की कोशिश की।
ये वे किसान हैं, जिन्हें ममता बनर्जी सरकार की वजह से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल सका है। जेपी नड्डा ने शनिवार को मालदा में रोड शो से पहले शाहपुर गांव में कृषक सुरक्षा सह भोज में हिस्सा लेने के बाद किसानों को संबोधित भी किया।
दरअसल, भाजपा ने किसान आंदोलन के बीच पश्चिम बंगाल में किसानों से जुड़ने के लिए जनवरी से ही कृषक सहयोग और सुरक्षा अभियान चला रखा है। भाजपा प्रमुख ने 10 जनवरी को एक किसान के घर से एक मुट्ठी चावल लेकर इस अभियान की शुरुआत की थी। भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर एक-एक मुट्ठी चावल जुटाकर बाद में भोज का आयोजन कर रहे हैं।
किसानों के साथ भाजपा के नेता और कार्यकर्ता भोज कर मोदी सरकार की किसानों के लिए संचालित पीएम किसान सम्मान निधि सहित अन्य तमाम योजनाओं की जानकारी देते हैं। इसी सिलसिले में जेपी नड्डा ने शनिवार को मालदा के गांव में किसानों के साथ खिचड़ी खाई।
उन्होंने ने शनिवार को राज्य में परिवर्तन रथयात्रा निकालते समय इस कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा, “लगभग 40 हजार ग्रामसभा में हमारे ये कार्यक्रम होंगे। आज 35 लाख किसान इस कृषक सुरक्षा अभियान से जुड़ गए हैं। लगभग 33 हजार गांव तक हम पहुंच पाए हैं और हमारी करीब 30 हजार कृषक ग्रामसभाएं हो चुकी हैं।”
भाजपा प्रमुख ने ममता बनर्जी सरकार पर पश्चिम बंगाल में पीएम किसान सम्मान निधि को लागू न करने पर 70 लाख किसानों के लाभ से वंचित होने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि केंद्र की योजना लागू न करके बंगाल सरकार ने किसानों के साथ बड़ा अन्याय किया है।
नड्डा ने कहा कि मालदा रोड शो में उमड़ा जनसैलाब, ममता दीदी की तानाशाही को नकारते हुए भाजपा के सोनार बांग्ला में अपना भरपूर विश्वास दर्शा रहा है। बंगाल में भाजपा दो सौ से अधिक सीटें जीतेगी।