नई दिल्ली। देश में पिछले एक महीने से मरने वालों की संख्या 200 और मामलों की संख्या 15 हजार के पार नहीं गई है। ऐसी संभावना है कि बीच के कुछ दिनों में मामलों की संख्या बढ़ने के पीछे का कारण वायरस का म्यूटेशन या नए वैरिएंट हैं। इससे पहले 22 फरवरी सोमवार को कोरोनावायरस के 14,199 मामले सामने आए थे। वहीं 21 फरवरी को 14,264 मामले और 20 फरवरी को 13,993 मामले दर्ज हुए थे।
मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 13,255 लोगों के डिस्चार्ज होने के बाद अब तक डिस्चार्ज हुए लोगों की संख्या 1,07,12,665 हो गई है। अब देश में 1,47,306 सक्रिय मामले हैं। साथ ही रिकवरी दर 97.24 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है।
सोमवार को 6,78,685 नमूनों के परीक्षण के बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) द्वारा किए गए कुल परीक्षणों की संख्या 21,22,30,431 हो गई है। नए मामलों में से कम से कम 86.3 प्रतिशत मामले केवल 5 राज्यों – महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक और पंजाब के हैं। वहीं मौतों के मामले में 78.31 प्रतिशत आंकड़े महाराष्ट्र, केरल, पंजाब, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश हैं।
बता दें कि 16 जनवरी से टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक 1,17,45,550 से ज्यादा कोरोना वैक्सीन डोज दिए जा चुके हैं।
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