पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में 1 अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में विधि व्यवस्था एवं मद्य निषेध से संबंधित उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई। बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक एसके सिंघल ने बताया कि अपराधों की समीक्षा जिलावार एवं थानावार की जा रही है। योजनाबद्ध तरीके से कार्य किये जा रहे हैं। स्पीडी ट्रायल कराकर दोषियों को सजा दिलवायी जा रही है। इन सबों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं।
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अपर पुलिस महानिदेशक, विशेष शाखा श्री जेएस गंगवार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विधि व्यवस्था की अद्यतन जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्व त्योहारों के दौरान सांप्रदायिक घटनाओं में कमी आयी है। पिछले 5 वर्षों में पर्व-त्योहारों के दौरान हुयी घटनाओं का विवरण लिया गया है, जिसके आधार पर संवेदनशील एवं विवादित जगहों को चिन्हित कर साम्प्रदायिक मामलों की रोकथाम को लेकर सभी उपाय किये गये हैं।
अपर पुलिस महानिदेशक, विधि व्यवस्था श्री अमित कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से क्राइम कंट्रोल के लिए किये जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भूमि विवाद को सुलझाने के लिए सप्ताह में एक दिन अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के स्तर पर, महीने में दो बार अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के स्तर पर तथा महीने में एक बार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के स्तर पर बैठक की जा रही है। उन्होंने बताया कि थाने के स्तर पर इंवेस्टीगेशन एवं ल एंड अर्डर के अलग-अलग विंग बनाये जाने से कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार हुआ है।
पुलिस महानिरीक्षक, मद्य निषेध, अमृत राज ने अपने प्रस्तुतीकरण में मद्य निषेध को लेकर किये जा रहे कार्यों की अद्यतन स्थिति, शराब विनष्टीकरण, देशी शराब एवं विदेशी शराब की रिकवरी, वाहनों की जब्ती आदि के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पर्व त्योहारों को देखते हुए पूरी सतर्कता बरतें। दुनिया के कई देशों एवं देश के कई राज्यों में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बिहार में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जहां तक संभव हो लोग घरों में रहें। सीमित संख्या में ही किसी भी सार्वजनिक आयोजनों में भाग लें। होलिका दहन एवं शब-ए-बरात एक ही दिन है। इसको लेकर विशेष निगरानी रखें। जनता के बीच जागृति का भाव पैदा करना है। सबको सचेत रहना है। आपस में विवाद पैदा करने वाले तत्वों पर विशेष नजर रखनी है। उन्होंने कहा कि भूमि विवाद के समाधान को लेकर सप्ताह में एक दिन अंचलाधिकारी एवं थानाध्यक्ष के स्तर पर, महीने में दो बार अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के स्तर पर तथा महीने में एक बार जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के स्तर पर निश्चित रुप से बैठक करें। बैठक में कितने विवादों का समाधान हुआ, किस तरह के मुद्दे थे इन सभी चीजों की रिपोर्ट मुख्यालय भी अपने पास मंगवाकर उसका आकलन करे। 60 प्रतिशत क्राइम के मामले भूमि विवाद से संबंधित या आपस में संपत्ति विवाद को लेकर होते हैं। क्राइम कंट्रोल के लिए सभी जरुरी कदम उठाये जा रहे हैं। भूमि विवादों के समाधान से अपराध की घटनाओं में और कमी आयेगी। हमलोगों की कोशिश है कि समाज में प्रेम, सौहार्द्र एवं भाईचारे का माहौल बना रहे। आप लोग इसको लेकर सक्रिय एवं मुस्तैद रहें। समाज में प्रेम और सौहार्द्र का माहौल रहेगा तभी किये जा रहे विकास कार्यों का वास्तविक लाभ राज्य के लोगों को मिलेगा। कोरोना के प्रति हम सबको सचेत और सजग रहना है।