पटना, संवाददाता। BIADA मतलब बिहार इंडसट्रियल एरिया डेवलपमेंट आथिरिटी अब अपने भूमि आबंटन नीति को उदार बनाने पर विचार कर रही है।मकसद है छोटे उद्यमियों और स्टार्ट अप को इससे जोडंना और उन्हें इस योजना का लाभ पहुंचाना ।गौरतलब है कि फिलवक्त बियाडा के भूमि आबंटन पालिसी में कुछ शर्ते काफी कठिन हैं मसलन लगातार तीन साल तक यूनिट को लाभ में रहना और वार्षिक टर्न ओवर कम से कम सौ करोड़ का होना। बियाडा की इस नीति में ऐसी कुछ कठिन शर्तें हैं , जिसके कारण छोटे निवेशक और स्टार्ट अप करने वाली कंपनियां भूमि आबंटन योजना का लाभ ही नहीं ले पाती हैं।
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अब नये और छोटे उद्यमियों के भी पूरे हो सकते हैं सपने
नये उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन अपने नये विजन को इस पालिसी में जोड़कर भूमि आबंटन योजना को बहुपयोगी और सर्व हिताये बनाना चाहते हैं ।इसी संदर्भ में उद्योग मंत्री सैयद शहनवाज हुसैन ने बियाडा के अधिकारियों से इस पालिसी को सरल बनाने के लिए कहा है।खास बात ये है कि भूमि आबंटन पालिसी को सरल बनाने की कवायद शुरु भी की जा चुकी है । सूत्रों की मानें तो जल्द ही संशोधित और सरल नीति उद्यमियों के सामने होगी।
भूमि आबंटन की शर्तें हो सकती हैं सरल
सूत्र बताते हैं कि सौ करोड़ का टर्न ओवर और लगातार तीन साल तक लाभ में रहने की बाध्यता हटाई जा सकती है ।इसके साथ साथ कुछ और बदलाव भी संभव हैं ताकि नये और छोटे उद्यमियों को भूमि आबंटन योजना के प्रति आकर्षित किया जा सके। उम्मीद की जाती है कि बियाडा की इस उदार भूमि आबंटन नीति से छोटे और नये उद्यमियों के सपने पूरे हो पाएंगे।