Pitra Dosh in Kundli
धर्म-ज्योतिष

कुंडली में पितृ दोष दूर करने के 10 जबरदस्त और आसान उपाय

Pitra Dosh in Kundli : इंडियन एस्ट्रोलॉजी में पितृ दोष को बहुत ही खराब दोषों में से एक माना गया है. जिस भी व्यक्ति की जन्म कुंडली में यह दोष होता है, उसका जीवन तहस नहस हो जाता है. शिखर से शून्य तक पहुंच जाता है. एक साथ कई परेशानियां इंसान को घेर लें तो समझ जाना चाहिए, उसकी जन्मकुंडली में कुछ तो ऐसा है, जो उसे लगातार परेशान कर रहा है. जिस प्रकार से कुंडली में कई राजयोग या भाग्यशाली योग होते हैं, उसी तरह से कुंडली में कई दोष भी होते हैं. जब व्यक्ति की जन्म कुंडली में दोष लग जाता है तो इसके परिणाम बहुत ही घातक होता हैं. ऐसा ही दोष है- पितृदोष. जिस व्यक्ति की कुंडली में पितृ दोष होता है उसका जीवन संकटों से भर जाता है.

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जन्म कुंडली में पितृ दोष होने पर व्यक्ति के सामने रोजगार का संकट बना रहता है. ऐसे व्यक्ति के जीवन में कुछ भी स्थाई नहीं होता है. ऐसे लोग अपना करियर भी बदलते रहते हैं. इनके जीवन में कोई तरक्की नहीं होते हैं. धन की कमी हमेशा बनी रहती है. शत्रु सक्रिय रहते हैं. ऐसे लोगों के छिपे हुए शत्रु भी अधिक होते हैं. डिप्रेसन बना रहता है. किसी गंभीर रोग से भी पीड़ित हो सकते हैं. अपंगता भी हो सकती है. हर कार्य में अड़चन बनी ही रहती है. शिक्षा भी पूरी नहीं होती है. अगर इस तरह की समस्याएं बनी हुई हैं, तो समझ लेना चाहिए कि जन्म कुंडली में पितृ दोष हो सकता है. इस वीडियो में आज हम आपको कुछ जबरदस्त उपाय बता रहे हैं, जिनसे पितृ दोष को शांत किया जा सकता है. आप इन उपाय को कर अपनी समस्याओं को ख़त्म कर सकते हैं.
सबसे पहले तो आपने यदि किसी का हक छीना है या किसी मजबूर व्यक्ति की धन संपत्ति का हरण किया है तो उसका हक या संपत्ति उसको अवश्य लौटा दें। ऐसा करने से भी पितृ दोष शांत हो जाता है

Pitra Dosh in Kundli: अगर आपकी कुंडली में पितृ दोष है तो आपको चाहिए कि किसी मंदिर के परिसर में पीपल अथवा बरगद का वृक्ष लगाएं और प्रतिदिन उसमें जल डालें। पूरी श्रद्धा से उसकी देख -भाल करें। जैसे-जैसे वृक्ष फलता -फूलता जाएगा, पितृ -दोष दूर होता जाएगा,क्योकि इन वृक्षों पर ही सारे देवी -देवता, इतर -योनियां, पितर आदि निवास करते हैं।

पितृ दोष से पीड़ित व्यक्ति को किसी भी एक अमावस्या से लेकर दूसरी अमावस्या तक अर्थात एक माह तक किसी पीपल के वृक्ष के नीचे सूर्योदय काल में एक शुद्ध घी का दीपक लगाना चाहिए। याद रखिये , ये क्रम टूटना नहीं चाहिए। एक माह बीत जाने पर जो अमावस्या आए उस दिन एक प्रयोग और करें। इसके लिए किसी दूध देने वाली देशी गाय का थोड़ा सा गौ -मूत्र प्राप्त करें और उसमें थोड़े जल मिलाकर इस जल को पीपल वृक्ष की जड़ों में डाल दें। इसके बाद पीपल वृक्ष के नीचे 5 अगरबत्ती, एक नारियल और शुद्ध घी का दीपक लगाकर अपने पूर्वजों से श्रद्धा पूर्वक अपने कल्याण की कामना करें और घर आकर उसी दिन दोपहर में कुछ गरीबों को भोजन करा दें। ऐसा करने पर पितृ दोष शांत हो जाएगा।

अगर पितृ दोष के कारण अत्यधिक परेशानी हो, संतान हानि हो या संतान को कष्ट हो तो किसी शुभ समय अपने पितरों को प्रणाम कर उनसे प्रण होने की प्रार्थना करें और अपने द्वारा जाने-अनजाने में किये गए अपराध/उपेक्षा के लिए क्षमा याचना करें। फिर घर अथवा शिवालय में पितृ गायत्री मंत्र का सवा लाख मंत्र जाप करवाएं । मंत्र जाप पूरा होने पर दशांश हवन के बाद संकल्प लें कि इसका पूर्ण फल पितरों को प्राप्त हो, ऐसा करने से पितर अत्यंत प्रसन्न होते हैं ।

किसी गरीब की कन्या के विवाह में गुप्त रूप से अथवा प्रत्यक्ष रूप से आर्थिक सहयोग करें | ये सहयोग पूरे दिल से होना चाहिए। केवल दिखावे या अपनी बड़ाई कराने के लिए नहीं | इस से पितर अत्यंत प्रसन्न होते हैं, क्योंकि इसके परिणाम स्वरुप मिलने वाले पुण्य फल से पितरों को बल और तेज़ मिलता है ,जिस से वह ऊर्ध्व लोकों की ओर गति करते हुए पुण्य लोकों को प्राप्त होते हैं.| पितृ दोष की शांति हेतु ये उपाय बहुत ही अनुभूत और अचूक फल देने वाला देखा गया है।

अगर किसी विशेष कामना को लेकर किसी परिजन की आत्मा पितृ दोष उत्पन्न करती है, तो ऐसी स्थिति में मोह को त्याग कर उसकी सदगति के लिए “गजेन्द्र मोक्ष स्तोत्र ” का पाठ करना चाहिए।

पितृ पक्ष में अपने घर के वायव्य कोण में रोज सरसों के तेल का दीपक जलाएं , इस तेल में बराबर मात्रा में अगर का तेल भी मिला दें । दीपक पीतल का हो तो ज्यादा अच्छा है। दीपक कम से कम 15 मिनट नित्य जलना जरुरी है।
इन उपायों के अतिरिक्त प्रत्येक अमावस्या को दोपहर के समय पुरे घर में गूगल की धूनी सब जगह घुमाएं, शाम को अंधेरा होने के बाद पितरों के निमित्त शुद्ध भोजन बनाकर एक दोने में सभी सामग्री रख कर किसी बबूल के वृक्ष अथवा पीपल या बरगद के जड़ में रख कर आ जाएं। पीछे मुड़कर न देखें।

प्रतिदिन घर में देसी कपूर जलाया करें। ये कुछ ऐसे उपाय हैं, जो सरल भी हैं और प्रभावी भी। हर कोई सरलता से कर सकता है और पितृ दोष से मुक्ति पा सकता है । लेकिन किसी भी प्रयोग की सफलता आपकी पितरों के प्रति श्रद्धा के ऊपर निर्भर करती है।

मृतुंजय शर्मा

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.