डॉ.शंभूनाथ मिश्रा. झारखंड देवघर-बासुकीनाथ क्षेत्र (Baba Baidyanath Dham) में यास तूफान का असर देखने को आने लगा है.हवा का रूख भी सामान्य है । बारिश रूक-रूक कर होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है ।तूफान का असर कम है ।
पूरे शहर की सफाई व्यवस्था की पोल ,इस बेमौसम बरसात से खुल गई है। दोनों धार्मिक स्थलों के आसपास सफाई की व्यवस्था को पूरा करने के लिए क्षेत्रीय विधायक और नगरपालिका ने कमर कस लिया है क्योंकि सावन माह तक यदि कोरोना संक्रमण नियंत्रित रहा तो कांवरियों की तादाद इस साल बढ़ने की उम्मीदजताई जा रही है ।
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आपको बता दें बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर, जिसे आमतौर पर बैद्यनाथ धाम भी कहा जाता है, भारत में बारह ज्योतिर्लिंग में से एक है और इसे भगवान शिव का सबसे पवित्र निवास माना जाता है। विश्व प्रसिद्ध बैद्यनाथ धाम मंदिर (Baba Baidyanath Dham) में बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक के लिए झारखंड समेत देशभर के अलग-अलग राज्यों और विदेशों से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। जिला प्रशासन ने मंदिर से निकलने वाले नीर (जल) के फिल्ट्रेशन और फूल-बेलपत्र से धूप और अगरबत्ती बनाने की योजना बनाई है। इसके माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा।