Badi Patan Devi Patneshwari
धर्म-ज्योतिष

बड़ी पटन देवी पटनेश्वरी जहां महंत जी को आज भी रात में भगवती के पायल की झंकार सुनाई देती है

आषाढ़ गुप्त नवरात्र पर विशेष पटना, अनमोल कुमार। राजधानी के पटना साहिब स्थित Badi Patan Devi Patneshwari शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र है। पुराण के अनुसार देवी भगवती और चूड़ामणि सती की दाहिनी जांघ यहां गिरी थी। नवरात्र में यहां काफी भीड़ उमडती है जो 1 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी होती है। सती के 51 शक्तिपीठों में प्रमुख इस उपासना स्थल में माता की 3 रूपों वाली प्रतिमाएं महाकाली, मां सरस्वती और महालक्ष्मी के रूप में विराजमान हैं माता को नगर रक्षिका के रूप में भी माना जाता है। पश्चिम में बड़ी पटन देवी और पूर्व दिशा में छोटी पटन देवी का पुराना और पवित्र मंदिर है। जिसकी पूजा आदि काल से होतीआ रही है।
कुल 4 नवरात्रों में माघ अश्विन चेत्र और आषाढ़ में दो प्रत्यक्ष और दो गुप्त नवरात्र के रूप में जाना जाता है। आषाढ़ नवरात्र विपदा निवारण प्राकृतिक आपदा निवारण घर में सुख संपत्ति और समृद्धि के लिए किया जाता है।

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शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र Badi Patan Devi Patneshwari दुर्गा स्वरूप और मां पार्वती के सच्चे दरबार में भक्त श्रद्धा पूर्वक आराधना और पूजन करते हैं ।शक्ति उपासना का प्रमुख केंद्र होने के कारण वैदिक एवं तांत्रिक विधि से यहां पूजा होती है ।प्रतिदिन 8 से 10 मिनट मंदिर का कपाट (द्वार) बंद कर इस उपासना को किया जाता है l
धारणा यह है कि अष्टमी की रात्रि 12:00 बजे महानिशा पूजा के बाद 2.30 बजे मां का आरती होने के बाद भगवती का पट खुल जाता है और जो दर्शनार्थी भक्तजन इस वक्त देवि का दर्शन कर पूजा अर्चना करते हैं,उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।यह भी धारणा है कि माता नवरात्र में पूजा के दौरान नगर भ्रमण करती हैं l

कुछ चमत्कारी पहलू

हवन कुंड- यहां हवन कुंड में नवरात्रा में भक्तजनों द्वारा किए गए हवन और हवाओं में उसकी अग्नि की लपट शांत होने के बाद वह विभूति कुंड में ही समाहित हो जाता है। उसे निकाला नहीं जाता। वह कहां जाता है आज तक किसी को पता नहीं चल पाया है।

माता की पायल की झंकार- मंदिर के महंत विजय शंकर गिरी महाराज बताते हैं कि उन्हें विशेषकर नवरात्र में मध्यरात्रि के बाद मां के चलने और पायल की झंकार सुनाई देती है।उन्हें अन्य दिन में भीवमाता के पायल की झंकार सुनाई देती है ।

कामधेनु गौ – इस मंदिर में एक कामधेनु भी है। कई वर्षों से कामधेनु को कोई बछड़ा नहीं होने के बाद भी माता की कृपा से सुबह शाम दूध देती है, जिसके दूध से माता को खीर का प्रसाद चढ़ाया जाता है। यह भी अद्भुत बात है।

प्रमुख मूर्तियां – मंदिर परिसर में बायोम केरा भैरव, साईं बाबा, भगवान शिव, पार्वती, गणेश, राधा कृष्ण तथा बजरंगबली की मूर्तियां भी स्थापित हैं l मंदिर के बीचों-बीच मां शेरावाली का सवारी शेर की मूर्ति आकर्षण का केंद्र है।

Badi Patan Devi Patneshwari के महंत विजय शंकर जी महाराज बताते हैं कि यहां पर सती का दाहिना पट गिरा था इसलिए भगवती रूप सर्वानंद कारी तथा भैरव ब्योम कहा जाता है l मंदिर के पीछे एक बड़ा गदा है जिसे पाटन देवी का खण्दा कहा जाता है। उन्होंने बताया कि यहां देश-विदेश से लोग शक्ति पीठ का दर्शन और पूजन करने आते हैं l बिहार के कई मंत्री और नेता भी माता के आशीर्वाद से प्रसिद्धि पा रहे हैं l

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.