फूलों की होली से होली मिलन। पटना,अमरेद्र। कबीरपंथी आश्रम मीठापुर में शनिवारीय सत्संग भजन एवं होली मिलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सत्संग करते हुए आश्रम के महंत ब्रजेश मुनी ने कहा होली खेलेत संत सुजान आतम राम से। आत्मा आत्मा एक है। सभी जीवों में आत्मा है, और वह आत्मा उसी एक परब्रह्म परमात्मा का अंश है, सबके भीतर उसी की ज्योति है, उसी परमात्मा के अधीन हम सभी होली सद्भाव से खेलते हैं। यह सौहार्द और आनंद का प्रतीक पर्व है इसलिए होली में सभी प्रकार के भेदभाव इर्ष्या-द्वेष को मन से निकाल कर सब के साथ मित्र भाव से होली का रंग गुलाल लगाकर खुशियां बांटना चाहिए।
इस अवसर पर प्राकृतिक शुद्ध रंगों से ही होली खेलने की सीख दी ब्रजेश मुनी ने। इस अवसर पर पधारे विधान परिषद सदस्य गुलाम गौस ने कहा कबीर साहेब सच्चा फकीर थे, उन्होंने संपूर्ण मानव जाति को आपसी सद्भाव और प्रेम से जीवन जीने की सीख दी, और कहा- जग में बैरी कोई नहीं है, जो मन शीतल होय, समाज में सुख चैन के साथ जीने में और आगे बढ़ने के लिए वर्तमान में सदगुरु कबीर का संदेश सबके लिए आत्मसात करने योग्य है।
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इसी कड़ी में राघोपुर के पूर्व विधायक सतीश कुमार, आश्रम के संत विवेक मुनि, प्राध्यापक डी.के मिश्रा, समाजसेवी राजेश्वर राय, डॉ इंद्रजीत कुमार, डॉ सुमित वर्मा, डॉ अभिषेक कुमार, समाजसेवी शोभा चौधरी, बिरजू गोप, आदि उपस्थित थे।
रूबी देवी, उमा देवी, गजेंद्र झा, रामदेव शाह ने भजन गाकर भक्ति भाव का अलख जगाया। भजनों पश्चात महंत बृजेश मुनि ने श्रद्धालुओं के साथ फूलों की होली खेली। श्रद्धालुओं ने सद्गुरु कबीर और साईं के चरणों में अबीर गुलाल चढ़ाया और एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की खुशियां बांटी, होली मिलन के पश्चात भंडारा प्रसाद का आयोजन किया गया।