हज़ारों इस्सयोगी साधक–साधिकाओं ने किया श्रद्धार्पण, भजन–संकीर्तन से हुआ वातावरण पावन। इस्सयोगी साधकों ने साझा किया अपना अनुभव।
पटना,संवाददाता। अंतर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज के तत्त्वावधान में गोलारोड स्थित उत्सव भवन में गुरु–पूर्णिमा महोत्सव पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आए हज़ारों की संख्या में इस्सयोगी साधक–साधिकाओं ने भजन–संकीर्तन और आंतरिक साधना से संपूर्ण वातावरण को पावन करते हुए गुरु–चरणों में श्रद्धार्पण किया।
संस्था की अध्यक्ष और ब्रह्मनिष्ठ सदगुरु–माता माँ विजया जी की सूक्ष्म उपस्थिति में आयोजित इस महोत्सव का उद्घाटन गुरु माँ के दौहित्र श्री शिवम् झा ने दीप–प्रज्वलित कर किया। संस्था के संयुक्त सचिव ई उमेश कुमार ने सदगुरुदेव महात्मा सुशील एवं श्रीमाँ की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया। दीप प्रज्वलन के पश्चात आधे घंटे की सामूहिक ‘आह्वान–साधना‘ की गई। इस अवसर पर इस्सयोगियों ने अपने उद्गार में गुरु–महिमा और इस्सयोग के सूक्ष्म संबंधों पर चर्चा की तथा इस्सयोग किस प्रकार साधकों और समाज को सकारात्मक दिशा दे रहा है, इसकी अनुभूतियाँ प्रकट की।
उद्गार व्यक्त करने वालों में संस्था के संयुक्त सचिव डा. अनिल सुलभ, लक्ष्मी प्रसाद साहू, शैल कुमारी, धर्मेंद्र प्रसाद, रेणु देवी, नीतू कुमारी तथा अनीता देवी के नाम सम्मिलित हैं।महोत्सव में संस्था के संयुक्त सचिव अनंत कुमार साहू, काव्या सिंह, कपिलेश्वर मण्डल, गायत्री कृष्ण मोहन राय, किरण प्रसाद, भजन गायक बीरेन्द्र राय, प्रदीप गायत्री, राज कुमार प्रसाद, माया साहू, किरण झा, राजेश वर्णवाल, श्वेता झा, राजीव कुमार सिंह, मंजू देवी, मीरा प्रसाद, प्रेम खन्ना, ई विजय कुमार, मिथिलेश मुकुल, रवि मूलचंद, संजीत कुमार, डा विजयश्री कश्यप, बीपी सिंह, प्रभात झा, पीयूष अनामिका समेत बड़ी संख्या में संस्था के अधिकारी और स्वयंसेवक सक्रिए रहे। महाशिव की महाआरती और दिव्य महाप्रसाद के साथ महोत्सव का समापन हुआ।