शिव की मूर्ति
धर्म-ज्योतिष

शिव की मूर्ति / फोटो लगाते समय ध्यान रखें जरूरी बातें, नहीं तो हो सकता है नुक़सान


हिन्दू धर्म में 33 करोड़ देवी देवता हैं जिनमें सबसे अधिक लोकप्रिय और सर्वमान्य देव भगवान् शिव हैं । वास्तुशास्त्र के हिसाब से घर में भगवान् शिव की मूर्ति जरूर रखनी चाहिए इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती है। लेकिन भगवान शिव की मूर्ति या फोटो को घर में रखने के कुछ नियम भी हैं। जिसका पालन करना भी जरूरी होता है।
गलत तरीके से लगाई हुई भगवान की मूर्ति या फोटो जीवन में परेशानी का कारण भी बन सकती है।भोले शंकर की क्रोध की मुद्रा वाली मूर्ति या तस्वीर कभी भी घर में नहीं लगानी चाहिए।ऐसी तस्वीर विनाश का प्रतीक है।जहां शिवजी की फोटो लगी हो, वो जगह एकदम साफ होनी चाहिए. शिवजी के आसपास गंदगी न रखें, अन्यथा घर के दोष बढ़ सकते हैं और धन हानि हो सकती है
भगवान शिव को संहार का देवता कहा जाता है।भगवान शिव सौम्य और रौद्र दोनों रूपों के लिए विख्यात हैं।

Read also: शिव दरबार में नंदी पैरोकार, महादेव तक पहुँचाते हैं भक्तों की गुहार
जिस तस्वीर में भगवान शिव मां पार्वती, बेटे गणेश और कार्तिक के साथ हों, वह तस्वीर घर में लगाना काफी शुभ होता है। इससे घर में क्लेश नहीं होता है और घर के बच्चे आज्ञाकारी होते हैं।
भगवान शिव का निवास कैलाश पर्वत उत्तर दिशा में है।इस कारण शिवजी की मूर्ति या फोटो घर के उत्तर दिशा में लगाना ही श्रेष्ठ रहता है। उत्तर दिशा में शिवजी की फोटो या मूर्ति ऐसी जगह पर लगानी चाहिए, जहां घर में आने-जाने वाले सभी लोग महादेव के दर्शन कर सकें। इससे आपसी रिश्ते और मजबूत होते हैं। ऐसा करने से व्यापार में भी लाभ होता है।
शिवजी की ऐसी मूर्ति या तस्वीर लगानी चाहिए, जिसमें वे खुश दिख रहे हों। नन्दी पर विराजित या फिर ध्यान की मुद्रा की तस्वीरें घर में लगाने से वातावरण शांत रहता है। और बच्चों में भी एकाग्र होने का भाव बढ़ता है।
अच्छे वैवाहिक जीवन के लिए भी घर में शिव जी की सपरिवार वाली फोटो लगनी चाहिए।
भगवान शिव की खड़ी मुद्रा की तस्वीर कभी भी अपने घर या ऑफिस में नहीं लगानी चाहिए।
अक्सर क्लासिकल डांसर के घर में हम नटराज की तस्वीर देखते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार जहां एक तरफ नटराज की मूर्ति अद्वितीय कला का रूप है, वहीं दूसरी तरफ यह भगवान् शिव के तांडव को भी दर्शाती है। शिव का तांडव विनाश का प्रतीक है, जो कि घर में नकारात्मक ऊर्जा लाने का काम करता है। इसलिए नटराज वाली मूर्ति भूलकर भी नहीं लगानी चाहिए ।मृत्युंजय शर्मा
मृत्युंजय शर्मा