पवन कुमार शास्त्री ।हिंदू धर्म में Akshaya Tritiya का बहुत अधिक महत्व होता है। इस दिन को बेहद ही शुभ माना जाता है। हर साल वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर अक्षय तृतीया का पर्व पड़ता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया को सभी पापों का नाश करने वाली और सभी सुखों को प्रदान करने वाली तिथि भी कहा जाता है। आइए जानते हैं अक्षय तृतीया की तिथि, मुहूर्त और महत्व को ।
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अक्षय तृतीया तिथि-
इस साल 14 मई, 2021 को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाएगा।
Akshaya Tritiya के दिन अबूझ मुहूर्त रहता है।इस पावन दिन किसी भी तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं।
इस पावन दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार Akshaya Tritiya के पावन दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया के दिन पितृ संबंधित कार्य करना भी शुभ रहता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन दान-पुण्य करने का भी बहुत अधिक महत्व होता है।
Akshaya Tritiya के पावन दिन खरीदारी की परंपरा भी है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन सोने की खरीददारी करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सालों भर समृद्धि बरकरार रहती है।
शुभ मुहूर्त
Akshaya Tritiya तिथि का प्रारंभ: 14 मई 2021 को सुबह 5 बजकर 38 मिनट से अक्षय तृतीया तिथि समाप्त होने तक 15 मई 2021 को सुबह 7 बजकर 59 मिनट तक है।
Akshaya Tritiya पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 38 मिनट से दोपहर 12 बजकर 18 मिनट तक का है। अर्थात् शुभ मुहूर्त की कुल अवधि 06 घंटा 40 मिनट तक की है।