लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर चुनावी मैदान तैयार किये जा रहे हैं। हर पार्टियां  अपने लिए ब्रहमास्त्र की जुगत में है। तैयारी के पहले चरण में बया...
धर्म-ज्योतिष

लोकसभा चुनाव-2024 और ज्योतिषीय विश्लेषण,जानें किसे क्या मिल सकता है

लोकसभा चुनाव-2024 का शोर सुनाई पड़ने लगा है। राजनीतिक पार्टियां अपनी अपनी ओर से शंखनाद कर चुकी हैं। एक तरफ भाजपा सहित एनडीए अपनी सरकार को बचाये रखना चाहेगी। साथ ही लोकसभा में अपने सदस्यों की संख्या भी बढ़ाना चाहेगी तो दूसरी ओर यूपीए महागठबंधन और क्षेत्रीय पार्टियां मिल कर भाजपा को सत्ता से बाहर निकालना चाहेंगी। इस मकसद से विपक्षी एकता की कवायद भी शुरु हो गई है। ऐसे में कुछ पार्टियों और नेताओं की उपलब्ध कुंडलियों के आधार पर दिल्ली की प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य बी कृष्णा अपने ज्योतिषीय विश्लेषण में बता रही हैं कि किसके हिस्से क्या मिल सकता है।  

 नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर चुनावी मैदान तैयार किये जा रहे हैं। हर पार्टियां  अपने लिए ब्रहमास्त्र की जुगत में है। तैयारी के पहले चरण में बयानवीर मैदान में उतर चुके हैं। ऐसे में ज्योतिषी और ग्रह क्या कहते हैं लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर। यह जानना भी जरूरी है। शुरुआत यहां अरविंद केजरीवाल और आम आदमी  पार्टी की ज्योतिषीय विश्लेषण से की जा रही है। जानते है कि अगले लोकसभा चुनाव में आप और अरविंद केजरीवाल की स्थिति कैसी रह सकती है।

अरविंद केजरीवाल केजरीवाल की कुंडली सिंह लग्न की है। लग्न में बुध,शुक्र और गुरु हैं। द्वितीय भाव में केतु और अष्टम भाव में राहु हैं। नवम भाव में चंद्र और वक्री शनि है। द्वादश भाव में सूर्य, मंगल हैं। विंशोत्तरी दशा चल रही है गुरु-राहु की, जो मार्च 2024 तक चलेगी। इसके बाद इनकी शनि की महादशा आरंभ होगी। गुरु लग्न में दशमेश शुक्र के साथ है। राहु अष्टम भाव में हैं राहु का राश्याधिपतिगुरु हैं, जो लग्न में दशमेश के साथ हैं। गुरु पंचमेश भी हैं। पंचमेश होकर पंचम भाव पर दृष्टि दे रहे हैं। दशा अन्तर्दशा का संबंध पंचम, नवम, दशम भाव से तो बन रहा है परन्तु चतुर्थ से संबंध का अभाव है। कुंडली में गजकेसरी योग नहीं बन रहा है। 29 मार्च 2024 के बाद शुरू होने वाली दशा होगी शनि की। शनि कुंडली में षष्ठेश और सप्तमेश होकर नवम भाव में नीच का होकर द्वादशेश के साथ बैठे हैं एवं पंचमेश, अष्टमेश गुरु से दृष्ट हैं। यहाँ भी चतुर्थ से संबंध का अभाव है। छठा भाव, नवम भाव के साथ द्वादश भाव का जुड़ जाना इनकी परेशानियों को बढ़ाने वाला होगा।

आम आदमी पार्टी मकर लग्न की कुंडली है। चतुर्थ भाव में चंद्र, पंचम भाव में गुरु, केतु, दशम भाव में शनि शुक्र और बुध है। एकादश भाव में सूर्य, राहु एवं द्वादश भाव में मंगल हैं। विंशोत्तरी दशा चल रही है। शुक्र में शनि की जो मई 2026 तक चलेगी। महादशानाथ शुक्र कुंडली का दशमेश होकर दशम भाव में ही विराजमान हैं। शुक्र पंचमेश भी हैं। नवमेश बुध के साथ हैं और चतुर्थ भाव से चंद्र से दृष्ट हैं। चतुर्थ, पंचम, नवम एवंदशम भाव, भावेश का मजबूत संबंध बन रहा है। लेकिन गजकेसरी योग का अभाव भी है। निष्कर्ष-सत्ता के शीर्ष पर पहुँचने की स्थिति कुंडली में फिलहाल तो बनती नहीं दिख रही है।

लोकसभा चुनाव-2024: राहुल गाँधी और कांग्रेस- राहुल गाँधी की कुंडली तुला लग्न की है। लग्न में वक्री गुरु हैं। तृतीय भाव में चंद्र,पंचम भाव में राहु, सप्तम भाव में शनि, अष्टम भाव में बुध, नवम भाव में मंगल, सूर्य, दशम भाव में शुक्र एवं एकादश भाव में केतु हैं। विंशोत्तरी दशा चल रही है राहु में गुरु की, जो मई 2024 तक चलेगी। महादशानाथ राहु कुंडली के पंचम भाव में हैं। राहु का राश्याधिपति शनि सप्तम में षष्ठेश से दृष्ट है। अन्तर्दशानाथगुरु तृतीयेश और षष्ठेश होकर लग्न में हैं एवं चतुर्थेशं, पंचमेश शनि से दृष्ट हैं। चतुर्थ, पंचम का संबंध तो बन रहा है परंतु नवम, दशम का संबंध नहीं बन रहा है। फिलहाल यह एक कमजोर स्थिति है। चतुर्थेश और षष्ठेश का संबंध वैसे भी संपत्ति विवाद को बढ़ाने वाला ही होता है। दूसरी तरफ गजकेसरी योग भी कुंडली में नहीं है।

कांग्रेस मीन लग्न की कुंडली है। लग्न में केतु, चतुर्थ में वक्री गुरु, पंचम में वक्री मंगल, छठे में वक्री शनि, सप्तम में चंद्र और राहु, नवम में बुध एवं दशम में सूर्य, शुक्र हैं। विशोंत्तरी दशा चल रही है। गुरु में राहु की दशा है, जो मार्च 2025 तक चलेगी।

   गुरु दशमेश होकर चतुर्थ भाव में हैं। दशम भाव पर पूर्ण दृष्टि दे रहे हैं। राहु सप्तम भावमें पंचमेश के साथ हैं। राहु का राश्याधिपति बुध नवम भाव में है। चतुर्थ, पंचम, नवमएवं दशम का मजबूत संबंध बना हुआ है। साथ में गजकेसरी योग भी है मजबूत सहयोगी है। निष्कर्ष- पार्टी की मजबूत परंतु व्यक्ति की कमजोर कुंडली सत्ता के शीर्ष पद की दावेदारी नहीं कर पाने का संकेत दे रही है। हां लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस के सासदों की संख्या में बढोतरी की संभावना बनती दिख रही है।   

 एक गजब संयोग है। राहुल गाँधी की दशा चल रही है राहु में गुरु की और कांग्रेस की दशाचल रही है गुरु में राहु की। राहुल गाँधी की जगह यदि वैसे व्यक्ति की कुंडली पर विचार की जाये, जिसमें ग्रहों ने गजकेसरी योग और चतुर्थ,पंचम, नवम एवं दशम भाव के बीच मजबूत संबंध बनाये हों तो वह संजीवनी का काम कर सकती है।

लोकसभा चुनाव-2024: नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी– नरेंद्र मोदी- की कुंडली वृश्चिक लग्न की है। लग्न में मंगल के साथ चंद्र, चतुर्थ में वक्री गुरु, पंचम में राहु, दशम में शनि, शुक्र एवं एकादश में सूर्य, बुध, केतु हैं। इसी माह से शुरू होनेवाली विंशोत्तरी दशा है। मंगलमें शनि की जो जून 2024 तक चलेगी। मंगल नवमेश के साथ लग्न में हैं। शनि चतुर्थेश होकर दशम भाव से चतुर्थ भाव पर पूर्ण दृष्टि दे रहा है तथा चतुर्थ भाव में बैठे पंचमेश से दृष्ट है। चतुर्थ, पंचम, नवम एवं दशम भाव- भावेश का बहुत ही मजबूत संबंध बन रहा है। शुभ गजकेसरी योग भी कुंडली में है। इस योग के साथ महादशानाथ एवं अन्तर्दशानाथ का जुड़ना सत्ता के शीर्ष पर पहुँचने के लिए शुभ योग है।

 भारतीय जनता पार्टी मिथुन लग्न की कुंडली है। तृतीय भाव में वक्री मंगल, राहु, वक्री गुरु, वक्री शनि, छठे भाव में चंद्र, नवम भाव में बुध, केतु, दशम भाव में सूर्य एवं द्वादश भाव में शुक्र है। विंशोत्तरीदशा चल रही है चंद्र में शनि की जो फरवरी 2024 तक चलेगी उसके पश्चात् दशा होगी चंद्र में बुध की। चंद्र कुंडली के छठे भाव में होकर वैसे एकादशेश मंगल से दृष्ट हैं, जो नवेश, दशमेश एवं चतुर्थेश के साथ संबंध बना रहा है। शनि नवमेश होकर चतुर्थेश और दशमेश से संबंध में है तथा षष्ठेश चुनाव, एकादशेश चुनावी विजय से युत हैं। आगे आने वाली अन्तर्दशानाथ बुध चतुर्थेश होकर नवम भाव में है तथा नवमेश, दशमेश से दृष्ट है। गजकेसरी योग का भी मजबूत सहयोग बना हुआ है।  

निष्कर्ष- व्यक्ति और पार्टी की मजबूत कुंडली एवं सत्ता के शीर्ष पद पाने या बनाए रखने का प्रबल योग बना रहे हैं।

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लोकसभा चुनाव-2024: नीतीश कुमार- मिथुन लग्न की कुंडली है। तृतीय में केतु, चतुर्थ में वक्री शनि, छठे में चंद्र, नवम में सूर्य, बुध, गुरु, राहु एवं दशम में मंगल और शुक्र हैं। अगले महीने से विंशोत्तरी दशा शुरू होगी राहु में शुक्र की। राहु नवम भाव में दशमेश एवं चतुर्थेश के साथ है। राहु का राश्याधिपति शनि चतुर्थ भाव में है। शुक्र दशमभाव में षष्ठेश, एकादशेश के साथ होकर चतुर्थ भाव से नवमेश शनि से दृष्ट हैं। नीतीश कुमार की गजकेसरी योग भी निर्मित है।

निष्कर्ष- सत्ता के दुर्ग को भेदने में पूरी तरह से सक्षम, परंतु इनकी पार्टी की कुंडली उपलब्ध नहीं होने की वजह से कुछ ठोस एवं निर्णयात्मक विश्लेषण करना संभव नहीं। 

विरासत संवाद का आयोजन। सेंटर फॉर फिलोसोफिकल स्टडीज एवं प्रोफेसर अनंत आशुतोष द्विवेदी डायरेक्टर जनरल, हेरिटेज सोसाइटी, पटना, के तत्वावध...
(लेखक ज्योतिषाचार्य हैं।) (कुंडली श्रोत -इंटरनेट)