Navratra 2021
धर्म-ज्योतिष

कौन सी दिशा है देवी दुर्गा को प्र‍िय, कहां करें उनकी प्रत‍िमा को स्‍थापित

Navratra 2021: आपको पता है कि हर देवी-देवताओँ की अपनी एक प्रिय दिशा होती है। नवरात्र निकट है।इसलिए आज चर्चा देवी की प्रिय दिशा और स्थान पर। क्या आपको पता है कि देवी की प्रतिमा किस दिशा में रखनी चाहिए ? क्याआप माँ दुर्गा की प्रिय दिशा से परिचित हैं?
माँ दुर्गा का हमें आशीर्वाद मिले इसके लिए जरुरी है कि आपको उनकी प्रतिमा स्थापना की सही दिशा का ज्ञान हो। वास्तु विज्ञान में दिशा मायने रखता है। भारतीय पौराणिक ग्रंथों में हर देवी-देवता की प्रिय दिशाओं की चर्चा है।

Read Also: महाभारत के समय से शुरू हुई जीवित्पुत्रिका व्रत

इसलिए हर देवी या देवता की पूजा भी उसी दिशा में करनी चाहिए। हिन्दू धर्म ग्रंथों में यह विस्तार से उल्लेखित है कि किसी देवी या देवता की प्रतिमा किस दिशा में होनी चाहिए और साधक को किस दिशा में मुखकर उनकी पूजा करनी चाहिए। यदि आप अपने घर में माता दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करना चाहते हैं तो इस आलेख में हम आपको पूरी जानकारी दे रहे हैं कि देवी की सबसे प्रिय दिशा कौन सी है ?

Navratra 2021: प्रतिमा पश्चिम या दक्षिण दिशा की ओर मुख कर रखें
पौराणिक धर्म ग्रंथों के अनुसार,माता दुर्गा की प्रतिमा पश्चिम या दक्षिण की ओर मुख कर रखनी चाहिए। ताकि साधक जब उनकी पूजा करें तो उनका मुख उत्तर दिशा या पूर्व दिशा में हो। यही दो दिशा माता रानी की प्रिय मानी गई हैं। पूर्व या उत्तर दिशा में मुख कर पूजा करने से साधक को भी कई लाभ प्राप्त होते हैं। पूर्व दिशा की ओर मुख करके पूजा करने से चेतना जागृत होती है और उत्तर दिशा की ओर मुंह करके पूजा करने से मानसिक शांति की प्राप्ति होती है। इससे भक्त सीधे तौर पर देवी माँ से जुड़ जाता है।

वास्तु के अनुसार देवी की प्रतिमा का रंग वास्तु शास्त्र के अनुसार देवी की प्रतिमा का रंग या पूजा घर का रंग हल्का पीला, नारंगी या गुलाबी ही रखना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। इसके साथ ही आप घर की नार्थ ईस्ट कार्नर में प्लास्टिक या लकड़ी से बने पिरामिड भी रख सकते हैं। ऐसा करने से पूजा करते समय ध्यान नहीं हटता है।
देवी के मंदिर या पूजाघर के बाहर बनाए स्वास्तिक पूजा घर या मंदिर में जहां भी आप मूर्ति की स्थापना कर रहे हैं, उसके बाहर हल्दी, लाल चन्दन या सिंदूर से स्वस्तिक का चिन्ह जरूर बनानी चाहिए।

माँ दुर्गा की प्रतिमा घर में जब भी स्थापित करें, इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वह बहुत बड़ी नहीं होनी चाहिए। घर में छह इंच से बड़ी प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए।
हमेशा याद रखें पूजा स्थान में माता दुर्गा जी का चित्र या मूर्ति का मुंह दक्षिण दिशा में होने से शुभ फल मिलता है, पूर्व दिशा में होने से विजय श्री मिलती है और पश्चिम दिशा में होने से कार्य सिद्ध होते हैं। इनका मुख उत्तर दिशा में नहीं होना चाहिए।

मृत्युंजय शर्मा

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.