काला धागा और काला टीका पर विशेष -आमतौर पर हर इंसान हर रंग का इस्तेमाल करता है। लेकिन काला रंग इनमें विशेष होता है। इसका इस्तेमाल भी विशेष ...
धर्म-ज्योतिष

क्यों जरूरी है काला धागा और काला टीका

काला धागा कई परेशानियों से बचाता है। बच्चों को नजर दोष से बचाता है काला टीका।

सात रंगों में सभी रंगों का अपना अलग और विशेष महत्व है और इल सभी पर अलग से आलेख लिखे जा सकते हैं। यहां प्रस्तुत है काले रंग को लेकर जितेन्द्र कुमार सिन्हा की शोधपरक आलेख

काला धागा और काला टीका पर विशेष –आमतौर पर हर इंसान हर रंग का इस्तेमाल करता है। लेकिन काला रंग इनमें विशेष होता है। इसका इस्तेमाल भी विशेष और उद्देश्य परक होता है। मसलन प्राचीन काल से काले रंग की वस्तुओं का इस्तमाल करने की परम्परा चली आ रही है। इसमें काला टीका, काला धागा बाँधना और काजल शामिल है। काला रंग उष्मा का अवशोषक होता है। इसलिए काला धागा बुरी नजर व हवाओं को अवशोषित करता है। काला धागा हाथ या गले में बांधने से नजर लगाने वाले इंसान की दृष्टि को भंग कर देता है।

मान्यता है कि बुरी नजर से बचने के लिए काले रंग की वसतुओं का इस्तमाल किया जाता है। इसे इस्तेमाल करने से नकारात्मक ऊर्जा युक्त व्यक्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है। हमारा शरीर पंच तत्वों पृथ्वी, वायु, अग्नि, जल और आकाश से मिलकर बना है। इनसे प्राप्त ऊर्जाओं से ही हमारे शरीर का संचालन होता है। इन्हीं हम सभी सुविधाओं को प्राप्त करते हैं। जब इंसान पर बुरी नजर लगती है तब उसके शरीर को उर्जा देने वाले ये तत्व काम नहीं करते हैं। जिससे इंसान की सेहत पर असर पड़ता है।

शनि दोष से बचने के लिए भी इंसान को काले धागे पहनने का परामर्श ज्योतिष देते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से शनि का प्रकोप इंसान पर नहीं पड़ता है या कम पड़ता है। काला धागा बुरी नजर व हवाओं को अवशोषित कर देता है। नतीजतन बुरी नजर और बुरी हवाओं का असर हमारे शरीर पर नहीं होता है। यह एक तरह से शरीर के लिए सुरक्षा कवच की तरह काम करता है। यही वजह है कि इंसान को बुरी नजर से बचने के लिए उनके गले में, हाथ में या पैरों में या वैसी जगह काला धागा बांधा या पहनाया जाता है, जहां दूसरों की नजर आसानी पड़ सके। कुछ लोग काले धागे में अपने प्रिय भगवान के लॉकेट भी धारण करते हैं इसे बेहद शुभ माना जाता है। काला रंग, नजर लगाने वाले की एकाग्रता को भंग कर देता है।

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यही कारण है कि बच्चों को भी कमर काला और मोटा धागा, जिसे डरकडोर कहा जाता है पहनाया जाता है। जो एक परंपरा के रूप में आज भी कायम है और बड़े होने के बाद भी लोग इस परंपरा का निर्वहन करते हुए इसे धारण करते हैं।

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शनि दोष से बचने के लिए भी काला धागा धारण किया जाता है।हां इसका ध्यान जरूर रखना चाहिए कि पहले शनि मंदिर में बैठकर ॐ शनये नम: का जाप करते हुए धागा में नौ गांठ बांध दिया जाए।

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एक मान्यता यह भी है कि काला धागा से जुड़ा एक उपाय इंसान को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। इसके लिए रेशमी या सूती काला धागा को लेकर मंगलवार या शनिवार की शाम किसी भी हनुमानजी के मंदिर जाकर इस धागे में नौ छोटी-छोटी गांठ लगा कर, धागे में हनुमानजी के पैरों का सिंदूर लगा कर, उस धागे को घर के मुख्य दरवाजे पर बांध देने या तिजोरी पर बांध देने से इंसान जल्द ही धन सम्बंधित कष्टों से राहत पाता है।

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यदि रात में डरवाने सपने आते हैं तो काले धागे को पहनना चाहिए। तंत्र में ऐसी मान्यता है कि जो इंसान अपने गले या हाथ में काला धागा बांधता है उसे कभी बुरी आत्माएं परेशान नहीं करती हैं। इस तरह देखें तो एक काला धागा कई परेशानियों से बचाता है और कई परेशानियों को दूर करता है।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.

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