गया,अनमोल कुमार।जनक नंदिनी माता सीता आज के दिन ही बिहार के सीतामढ़ी जिला के पुनौरा धाम में मिथिला नरेश जनक जी द्वारा धरती पर हल चलाने के क्रम में प्रकट हुई थींl इन्हें मां लक्ष्मी का अवतार माना गया हैl सीता मां धैर्य और समर्पण की देवी मानी गई हैंl इसलिए बिहार विशेषकर मिथिला में Sita Navmi के अवसर पर सुहागिन स्त्री पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है और कुंवारी कन्या मनोवांछित वर पाने के लिए यह व्रत रखती हैं।
गया में भी Sita Navmi के अवसर पर यज्ञ अनुष्ठान पूजन और उपवास का आयोजन किया गया हैl
बिहार के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिवस है। बिहार सरकार ने भी इस दिवस पर सरकारी छुट्टी दे रखी है l एक तरफ जहां पूरे राष्ट्र में रामनवमी का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता है वही Sita Navmi पर अधिकांश लोग मां सीता को भूले बिसरे रहते हैं l सीता मां मिथिला की पुत्री और रामायण में आदर्श पत्नी और मां के रूप में प्रख्यात हैंl सीता के बिना राम की परिकल्पना अधूरी मानी जाती है l भजन कीर्तन भी हम लोग सीताराम ही जपते हैं l इसलिए जरुरी ये है कि रामनवमी के साथ साथ Sita Navmi के महत्व को समझते हुए इसे जरूर मनाया जाए ।