पटना, मुकेश महान। 17-18 दिसम्बर 22 को ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेस (जीकेसी) के होने वाले प्रथम राष्ट्रीय अधिवेशन के ऐन पहले जीकेसी बिहार कार्यकारिणी की बैठक पटना में आयोजित की गई।इस बैठक में प्रदेश भर के जिला स्तरीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने हिस्सा लिया। बैठक की अध्यक्षता प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन ग्लोबल अध्ययक्ष राजीव रंजन ने किया।
इस बैठक में बिहार प्रदेश अध्यक्ष दीपक अभिषेक ने ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) के भविष्य की कार्य योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही उन्होंने 10 प्रस्ताव भी पेश किये जो सर्वसम्मति से पारित किया गया। बैठक में उम्मीद जताई गई कि इस तरह के प्रस्तावों के क्रियान्वयन से देश भर के सभी कायस्थ परिवार लाभान्वित होंगे।
जीकेसी बिहार कार्यकारिणी के प्रस्ताव इस प्रकार हैं-
1.महिलाओं के आर्थिक उन्नति एवं सशक्तिकरण और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए लघु-कुटीर उद्योग की स्थापना हेतु जिलेवार कार्य करना।
2. कायस्थ विभूतियों की जयंती, पुण्यतिथि मनाना एवं उनके द्वारा किए गए विशेष कार्यों और उनकी उपलब्धियों को प्रत्येक जिला में कार्यक्रम के माध्यम से आमजनों को अवगत कराना।
3. 24 सितंबर 2023 को रामलीला मैदान, नई दिल्ली में आयोजित होने वाले विश्व कायस्थ सम्मेलन में बिहार से सबसे अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु कायस्थ चौपाल एवं अन्य कार्यक्रम आयोजित कर समाज के लोगों को उत्प्रेरित करने के लिए काम करना।
4. आर्थिक रूप से पिछड़े हुए कायस्थ परिवार की पहचान कर यथा संभव उन्हें सामूहिक रूप से आर्थिक संकट से बाहर निकालने में सहयोग करने का काम करना।
5. हर कायस्थ परिवार में ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की पहुँच के लिए प्रत्येक जिला में अधिक से अधिक कायस्थ परिवार के लिए सघन सदस्यता अभियान प्रारम्भ करना। 6. बिहार राज्य के प्रत्येक जिला में कायस्थ विभूतियों की प्रतिमा एवं प्रमुख सड़कों का नाम उनके नाम से किए जाने हेतु प्रयास करना।
7. सुयोग्य युवक-युवतियों के लिए वर-वधू तलाश/ वैवाहिक कार्यक्रम का संचालन एवं सहयोग करना।
8. पर्यावरण की सुरक्षा हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित करना।
9. वृक्षारोपण कार्यक्रम को प्रोत्साहित करने हेतु ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस के किसी भी पदाधिकारी,सदस्य या विशेष अतिथि को पुष्प गुच्छ (बुके) के स्थान पर सजीव पौधे देकर सम्मानित करना और
10. नगर निकाय एवं नगर परिषद में, जहां कहीं भी कायस्थ उम्मीदवार होंगे, उनकी उम्मीदवारी को समर्थन करना।