पटना,अनमोल कुमार। एक तरफ जहां इंसान फेंके हुए कफन से भी व्यापार करने और मुनाफा कमाने की होड़ में हैं।इंसानों की लाशों से भी मनमाना राशि वसूली जा रही है। दवा ऑक्सीजन आदि की कालाबाजारी हो रही है जो इंसानियत को शर्मसार कर रही है।वहीं दूसरी ओर एक कुत्ते की अद्भुत वफादारी (Loyalty) का मिसाल कायम किया है।
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बिहार के गया जिला शेरघाटी का एक शेरू नामक वफादार (Loyalty) कुत्ता ने ना सिर्फ अपनी मालकिन के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ, बल्कि आसाम घाट पर मालकिन के चिता जलने के बाद भी पिछले 4 दिनों से भूखा प्यासा रह कर आंखों से अपनी मालकिन के आने का इंतजार करता दिख रहा है।
मृतक महिला सत्संग नगर के रहने वाले भगवान ठठेरा की पत्नी बताई गई है,जिसका अंतिम संस्कार शेरघाटी के राम मंदिर घाट पर किया गया था। बताया गया कि मालकिन कुत्ते से बहुत प्यार करती थी।उसे खाना पीना नहाना घुमाना और पुत्र की तरह देखभाल करती थी। घरवाले जब उस कुत्ते को लेने और भोजन कराने श्मशान घाट जाते तो कुत्ता गुर्रा कर सभी को भगा देता था। और जब पांचवें दिन लोग कुत्ता को देखने गए तो कुत्ता गायब था।