पटना, संवाददाता। सेकेंड हेंड कार व्यवसायियों पर हुई कार्रवाई। वाणिज्य कर विभाग द्वारा शनिवार 22 जुलाई, 2023 को राज्य के इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से शत-प्रतिशत कर भुगतान एवं सेकेंड हेंड कार बिक्री करने वाले व्यवसायियों के विरूद्ध छापेमारी की बड़ी कार्रवाई की गयी। वैसे 27 व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी, जो विगत वर्षों से अपने कर दायित्व का शत-प्रतिशत भुगतान इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से करते आ रहे हैं।
सेकेंड हैंड कार बिक्री करने वाले वैसे 10 व्यवसायियों के खिलाफ कार्रवाई की गयी, जो या तो निबंधन योग्य व्यवसायी अनिबंधित रूप में व्यवसाय कर रहे हैं या उन्होंने अपना निबंधन कैंसिल करा लिया है या निबंधन लेकर समुचित कर का भुगतान नहीं कर रहे हैं।
विभाग द्वारा इस अभियान के अन्तर्गत पटना में 10, भागलपुर, सारण, गया में दो-दो एवं पूर्णियाँ, मुंगेर, जमुई, गोपालगंज, भोजपुर, कटिहार खगड़िया, किशनगंज, सहरसा, पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, सीतामढ़ी, रोहतास, कैमूर, अररिया, सुपौल, मधेपुरा, नवादा, समस्तीपुर में एक-एक, इस प्रकार कुल 37 व्यवसायियों के खिलाफ छापेमारी की कार्रवाई की गयी। इस कार्रवाई हेतु विभाग द्वारा कुल 37 संयुक्त दल का गठन किया गया, जिसमें कुल 112 पदाधिकारी शामिल थे।
अपने कर दायित्व का शत-प्रतिशत भुगतान इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से करने वाले 27 व्यवसायियों के खिलाफ विभिन्न जिलों में कार्रवाई की गयी। जिसमे से 12 मामलों में लगभग रू 14 करोड़ की राशि का बिक्री छुपाये जाने का मामला पाया गया एवं शेष अन्य मामलों में निरीक्षण के दौरान संगत साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किये जाने के कारण रू 15.12 करोड़ की राशि के मालों को जप्त किया गया। निरीक्षण के दौरान ही अपने कर दायित्व का शत-प्रतिशत भुगतान इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से करने वाले 06 व्यवसायियों द्वारा देय स्वीकृत कर के एवज में रू 40 लाख का भुगतान किया गया।
सेकेंड हेंड कार बिक्री करने वाले 10 व्यवसायियों के खिलाफ विभिन्न जिलों में कार्रवाई की गयी। इसमें से 05 मामलों में लगभग रू 30 करोड़ की राशि का बिक्री छुपाये जाने का मामला पाया गया एवं शेष वाणिज्य कर विभाग के
अन्य मामलों में अग्रेतर सत्यापन हेतु रू 1.51 करोड़ की राशि के मालों को जप्त/स्तंभित किया गया।
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विभागीय आयुक्त द्वारा बताया गया कि वैसे व्यवसायी जो अपना निबंधन कैंसिल कराने के बावजूद व्यवसाय कर रहे हैं या निबंधन लेकर समुचित कर का भुगतान नहीं कर रहे हैं या निबंधन योग्य व्यवसायी अनिबंधित रूप में कर रहे हैं, पर विभाग की पैनी नजर है। इसी क्रम में पूर्व में भी विभाग द्वारा अपने कर दायित्व का शत-प्रतिशत भुगतान इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) से करने वाले व्यवसायियों एवं निबंधन योग्य व्यवसायी अनिबंधित रूप में व्यवसाय कर रहे हैं तथा जो अपना निबंधन कैंसिल कराने के बावजूद व्यवसाय कर रहे हैं, को चिन्हित करते हुए कार्रवाई की गयी है और आगे भी विभाग की कार्रवाई ऐसे व्यवसायियों के विरूद्ध जारी रहेगी ।
आयुक्त द्वारा राज्य के करदाताओं से नियमित रूप से विधिनुसार समुचित कर भुगतान करने का अपील की गई।