पटना, संवाददाता। प्रसिद्ध भूगर्भशास्त्री और पर्यावरणविद् डॉ. नगेंद्र सिंह ने कहा है कि मनुष्य पूरी तरह से पर्यावरण पर निर्भर है, किंतु विकास के नाम पर इस भौतिकवादी युग में जिस तरह से पर्यावरण के साथ छेड़-छाड़ की जा रही है, वह अत्यधिक चिंताजनक है। आज पूरी दुनिया ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से जूझ रही हैI शुद्ध वायु, जल और मृदा का संकट गहराता जा रहा है। इससे बचने और पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। डॉ. नगेंद्र सिंह शनिवार को नालंदा कॉलेज शिक्षाशास्त्र (बीएड) विभाग के तत्वावधान में पर्यावरण शिक्षा-सबके लिए विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान के दौरान वर्चुअल माध्यम से छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने वर्तमान पीढ़ी के लोगों को आगाह करते हुए कहा कि- नदी-जलाशय-कूप को, रखना होगा साफ- वर्ना भावी पीढ़ियां, नहीं करेंगी माफ। डॉ मेहता नगेंद्र ने हर आयु वर्ग के लोगों से विभिन्न मांगलिक अवसरों पर अपने प्रियजनों को पौधे उपहार में देने की अपील की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विभागाध्यक्ष डॉ. ध्रुव कुमार ने कहा कि पर्यावरण और पारिस्थितिकी विज्ञान की पढ़ाई को प्रत्येक विषय के छात्रों के लिए हर स्तर पर अनिवार्य बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में नदी, पर्वत, पेड़-पौधे (वटवृक्ष, पीपल, नीम, आंवला, बेल, अशोक, तुलसी आदि) भारतीय संस्कृति के अभिन्न अंग रहे हैं। नालंदा कॉलेज दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ प्रभास कुमार ने कहा कि प्रकृति से मानव का अटूट रिश्ता है और इस रिश्ते को हर हाल में बनाए रखना है, हम तभी सुरक्षित रह पाएंगे।
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इस अवसर पर बीएन मंडल मधेपुरा विवि, एमएड विभाग के डॉ. राजेश कुमार, एलएस कॉलेज भगवानपुर, बिहार विश्वविद्यालय के डॉ गौतम झा, भागलपुर के डॉ जयशंकर प्रसाद, नालंदा कॉलेज बीएड विभाग के डॉ. रंजन कुमार, कृति स्वराज, उषा कुमारी, पिंकी कुमारी, अपर्णा कुमारी, संगीता कुमारी, इशिता, प्रशान्त सहित अनेक शिक्षकों ने भी अपने विचार व्यक्त किए। watch it also — https://www.youtube.com/watch?v=A4R0wNozbUI
विक्रांत, निधि, प्रियांशु, रागिनी, ज्योति, अंकित, चम्पा ममता सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने भी इस अवसर पर उत्साहपूर्वक अपनी भागीदारी निभाई और अधिक से अधिक पौधे लगाने का संकल्प लिया। अतिथियों का स्वागत बीएड विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ रंजन कुमार और धन्यवाद ज्ञापन अपर्णा कुमारी ने किया।