जाति जनगणना को लेकर जीकेसी की अपील। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बिहार में हो रहे जाति जनगणना के
बिहार

जाति जनगणना : जाति के कॉलम में “ कायस्थ ” लिखें : राजीव रंजन प्रसाद

पटना,जितेन्द्र कुमार सिन्हा। जाति जनगणना को लेकर जीकेसी की अपील। ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के ग्लोबल अध्यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने बिहार में हो रहे जाति जनगणना के मद्दे नजर बिहार के कायस्थ समाज से खास अपील की है कि जनगणना फार्म को सावधानी पूर्वक भरें और जाति और उपजाति कालम में सिर्फ कायस्थ ही भरें। ताकि आपकी संख्या कायस्थों की गिनती में शामिल हो सके।   

 बातचीत में राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में जाति आधारित जनगणना की शुरुआत 7 जनवरी से शुरु चुकी है। इस जनगणना में सबसे पहले मकानों की गिनती हो रही है। इस क्रम में सभी मकानों को एक यूनिट नंबर दिया जा रहा है। एक मकान में यदि दो परिवार रहते हैं तो उनका अलग-अलग नंबर होगा। एक अपार्टमेंट के सभी फ्लैटों के लिए अलग-अलग नंबर दिया जा रहा है। जाति गणना फार्म पर परिवार के मुखिया का हस्ताक्षर अनिवार्य होगा। राज्य के बाहर नौकरी करने गए परिवार के सदस्यों को भी जानकारी देनी है। जाति गणना में उपजाति की गिनती नहीं होनी है। परिवारों की आर्थिक स्थिति की भी जानकारी देनी है। इस जनगणना के बहाने प्रखंड में उपलब्ध सुविधाओं की भी जानकारी जुटाई जा रही है। मसलन रेललाइन, तालाब, विद्यालय, डिस्पेंसरी आदि की उपलब्धता क्या है। जाति जनगणना कार्य में लगाए गए कर्मियों के पास आई कार्ड हैं, जिस पर बिहार जाति आधारित जनगणना–2022 लिखा है।

 उन्होंने बताया कि बिहार में जातिगत जनगणना का पहला चरण 7 जनवरी, 2023 से शुरू है। पहले चरण में आवासीय मकानों पर नंबर डाले जारहे हैं। यह काम 15 दिन चलना है। दूसरे चरण में 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक जाति की गिनती समेत 26 प्रकार की जानकारियां लोगों से ली जाएंगी।

 राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार में यह जनगणना जातीय आधारित है, इसलिए बिहार के कोने-कोने में रहने वाले कायस्थ समाज के लोग भानु, विभानु, विश्वभानु, वीर्यभानु, चारु, सुचारु, चित्र (चित्राख्य), मतिभान (हस्तीवर्ण), हिमवान (हिमवर्ण), चित्रचारु, चित्रचरण और अतीन्द्रिय (जितेंद्रिय) आदि लोग विभिन्न सरनेम के साथ रहते हैं। जैसा कि सभी को मालूम है कि बिहार में राजनिति में कायस्थों को लाभ नहीं मिल रहा है।

 उन्होंने कायस्थ समाज से अपील की है कि पहली बार बिहार में हो रहे जाति आधारित गणना में अपनी पूरी जानकारियां उपलब्ध करवाते समय ध्यानपूर्वक जाति वाले कॉलम में कायस्थ ही दर्ज करवाएं और उपनाम कॉलम में भी कायस्थ ही दर्ज कराएं। सर नेम या अन्य जाति उपनाम कॉलम में दर्ज न कराएं।

Xpose Now Desk
मुकेश महान-Msc botany, Diploma in Dramatics with Gold Medal,1987 से पत्रकारिता। DD-2 , हमार टीवी,साधना न्यूज बिहार-झारखंड के लिए प्रोग्राम डाइरेक्टर,ETV बिहार के कार्यक्रम सुनो पाटलिपुत्र कैसे बदले बिहार के लिए स्क्रिपट हेड,देशलाइव चैनल के लिए प्रोगामिंग हेड, सहित कई पत्र-पत्रिकाओं और चैनलों में विभिन्न पदों पर कार्य का अनुभव। कई डॉक्यूमेंट्री के निर्माण, निर्देशन और लेखन का अनुभव। विविध विषयों पर सैकड़ों लेख /आलेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित। कला और पत्रकारिता के क्षेत्र में कई सम्मान से सम्मानित। संपर्क-9097342912.