पटना, संवाददाता। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा अब और बढ़ायी जाएगी। बख्तियारपुर घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार की सेक्युरिटी में बदलाव तय है। सुरक्षा में अब वर्मा आयोग की अनुशंसा का पालन किया जाएगा।
हाल ही बख्तियारपुर में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था की सघन समीक्षा की गयी।समीक्षा के बाद अब सीएम की सुरक्षा में सभी मानकों का पालन वर्मा आयोग की अनुशंसा के आधार पर किया जायेगा। इसे लेकर एडीजी (विशेष सुरक्षा शाखा) ने सभी रेंज के आइजी, डीआइजी के अलावा सभी डीएम व एसपी को निर्देश भी दिया है।
वैसे वर्तमान में भी मुख्यमंत्री को जेड प्लस श्रेणी की और एसएसजी की सुरक्षा मुख्यमंत्री को मिली हुई है। नए आदेश में सीएम के सभी कार्यक्रमों में पहले से कंटिजेंसी प्लान की व्यवस्था रखने को कहा गया है। जिससे कभी भी जरूरत पड़ने पर इसका पालन किया जा सके। इस प्लान को कार्यक्रम के पहले विशेष सुरक्षा दल के पदाधिकारियों के साथ साझा करना जरूरी होगा।
वर्तमान में कोरोना से जुड़े सभी दिशा-निर्देशों का भी पालन करने पर भी जोड़ दिया गया है। मुख्यमंत्री के किसी कार्यक्रम या स्थल भ्रमण या पैदल भ्रमण के दौरान असामाजिक तत्वों की पहचान कर इन पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए पदाधिकारी या मजिस्ट्रेट की तैनाती भी संबंधित स्थल पर अब रहेगी।
सीएम की सुरक्षा में तैनात होने वाले सभी सुरक्षा कर्मियों या पदाधिकारियों के पास वैध आइकार्ड मौजूद होने चाहिए। इन सुरक्षाकर्मियों का काम सीएम को भीड़ से दूर रखना होगा। वो सुरक्षा घेरे में किसी बाहरी लोगों को प्रवेश को रोकेंगे। किसी भी कार्यक्रम स्थल पर बिना चेकिंग के किसी व्यक्ति का प्रवेश नहीं होगा।
इसके अतिरिक्त कारकेड का मूवमेंट भी पूरी तरह सुरक्षा के दायरे में ही होगा।आदेश में हेलीपैड, डी-एरिया, कारकेड का मूवमेंट समेत अन्य सभी पहलुओं पर अलग-अलग स्तर पर चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित दिशा-निर्देश का पालन करने से संबंधित विस्तृत कार्ययोजना भेजी गयी है।