पटना, संवाददाता। पोषणयुक्त अनाजों की बढ़ती मांग के बीच बिजली चालित ओखली (कुटाई मशीन) के अविष्कार का एक संस्थान द्वारा दावा किए जाने तथा उसका पेटेंट कराने के एक समाचार पर विवाद गहराता जा रहा है। पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में स्थित ‘चाचा चौधरी मसाला’ द्वारा एक प्रेस सम्मेलन का आयोजन कर कहा गया कि जिस जिस बिजली चालित कुटाई मशीन के नए आविष्कार का दावा किया जा रहा है, और जिसके पेटेंट की पहल की जा रही है, उस मशीन का इस्तेमाल वह पहले से कर रहे हैं।
गौरतलब है कि औद्योगिक क्षेत्र पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित ‘चाचा चौधरी’ नामक ब्रांड कूटा हुआ मसाला के साथ-साथ धान से कूटा गया चावल, गेहूं की दलिया आदि खाद्य उत्पाद तैयार करती है।
कंपनी के प्रबंधक रंजीत कुमार चौधरी ने यह दावा किया है कि उनकी कंपनी सन 2021 के जनवरी माह में कोल्हापुर के विश्वकर्मा इंडस्ट्री से यह मशीन खरीद कर पटना लाई थी और बाद में उस मशीन का रिवर्स इंजीनियरिंग तकनीक के आधार पर पटना में नए ढंग से उसकी मशीन तैयार की।
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श्री चौधरी ने बाजार में उपलब्ध मसाला में अंतर की जानकारी देते हुए बताया कि पीसा हुआ मसाला में उनके अधिकतर पोषक तत्व जल जाते हैं और कूटा हुआ मसाला में पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। जिससे स्वाद और पोषण दोनों मिलता है। इसलिए इसकी मांग है।
श्री चौधरी ने मीडिया से अनुरोध किया कि लोगों को यह पता चलना चाहिए कि यह उत्पाद पहले से ही बाजार में उपलब्ध है। इसलिए इसको लेकर नए आविष्कार और उसके पेटेंट की बात कर गुमराह करने वालों से लोगों को बचाना चाहिए।