पटना/ संवाददाता। पटना Paras Hospital के कोविड आईसीयू में भर्ती एक महिला मरीज ने अस्पताल कर्मी (Paras Hospital) पर छेड़खानी का आरोप लगाया था, बीते मंगलवार को पीड़िता की बेटी ने मीडिया को यह बताया था कि जब वह ठीक हो जाएगी तब अपना बयान देगी। आज सुबह पीड़िता की मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार महिला नालंदा की रहने वाली थी जो की आंगनबाड़ी सेविका थी। पीड़िता की मौत की सूचना मिलते ही दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई।
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पुलिस ने पीड़िता की बेटी का फर्द बयान दर्ज किया है। इंस्पेक्टर राम शंकर सिंह ने बताया कि दो दिन से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। बावजूद स्वजन लिखित शिकायत नहीं किये। पीड़िता की बेटी का बयान लिया गया है। उसी के आधार पर आगे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।Paras Hospital ने मरीज की 1.60 लाख रुपए की फीस माफ कर दी है। साथ ही Paras Hospital प्रशासन यह भी कह रही है पीड़िता की मानसिक हालत ठीक नहीं थे कई बार उसने अपने हाथों में लगे उपकारों को निकलने की कोशिश भी की थी।
इंस्पेक्टर रामशंकर सिंह का कहना है कि जांच की जा रही है। पीड़िता की बेटी कुछ भी स्पष्ट बोलने में सक्षम नहीं है , पुलिस टीम अभी अस्पताल में ही मौजूद है। टीम के थाने पर आने के बाद बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
आज जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने राज्य सरकार पर तंज कसते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गांव की रहने वाली उस महिला को मार दिया गया। उन्होंने कहा कि महिला का ऑक्सीजन लेवल 89 था और उसके फेफड़े भी बहुत अधिक संक्रमित नहीं थे। इसके बावजूद उसे वेंटिलेटर पर रखा गया तभी यह तय हो गया था कि दुष्कर्म का पाप छिपाने के लिए उसे मार दिया जाएगा। बिहार महिला समाज की अध्यक्ष निवेदिता झा ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच उच्च स्तरीय टीम से कराने की मांग की है।
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