पटना,संवाददाता।बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी (Health Contract Worker) संघ ने पत्र लिख कर सरकार से गुहार लगाई है कि कोरोना पाजीटिव संविदा स्वास्थ्यकर्मियों (Health Contract Workers) के इलाज का खर्च स्वस्थ्य विभाग उठाए।
पत्र की प्रति प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग, कार्यपालक निदेशक, राज स्वास्थ्य समिति के अतिरिक्त नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, बिहार और स्वास्थ्य मंत्री बिहार को भी भेजा गया है।
Also read: Bharat 2 के निर्माण के लिए मैं बहुत एक्साइटेड हूँ : दिनेश लाल यादव निरहुआ
पत्र में कहा गया है कि बीरबल कुमार प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कुदरा कैमूर सहित अन्य कोरोना संक्रमित संविदा कर्मियों के इलाज का सारा खर्चा सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जाए ।
पत्र में कहा गया है कि कोविड वैश्विक महामारी से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत कई स्वास्थ्य संविदा कर्मी (Health Contract Workers) जूझ रहे हैं। राज स्वास्थ समिति या स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य संविदा कर्मी कोई भी बीमा एवं मेडिकल बीमा नहीं दिए जाने के कारण तमाम अल्प वेतनभोगी संविदा कर्मी की स्थिति दयनीय है । बीरबल कुमार प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुदरा कैमूर के को भी पोज़िटिव होने के बाद मैक्सवेल हॉस्पिटल बनारस में भर्ती है।उनकी स्थिति खराब है, इलाज में काफी राशि खर्च हो रही है।बिहार राज स्वास्थ्य कर्मी संघ चंदा के माध्यम से इलाज करा रहे हैं।वित्तीय वर्ष 2020-2021 में बीमा एवं मेडिकल बीमा की राशि आने के बाद लागू नहीं किया गया और ना ही पिछले हड़ताल पर गए संविदा कर्मियों की मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया गया।पत्र में उल्लेखित है की वैश्विक महामारी में प्रबंधक एवं संविदा कर्मियों द्वारा मुख एवं अग्रिम पंक्ति में कार्य किए जा रहे हैं। जिला से लेकर राज्य तक जिस शक्ति से संविदा कर्मियों पर कार्रवाई की जाती है उस शक्ति से संविदा कर्मी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाए।
पत्र में अनुरोध किया गया है कि बीरबल कुमार प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक कुदरा कैमूर एवं जो भी स्वास्थ्य संविदा कर्मी कोविड-19 से ग्रसित होते हैं तत्काल सभी को मुफ्त इलाज एवं सारा खर्चा स्वास्थ विभाग के द्वारा दिया जाए एवं बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जाए। साथ में कहा गया है कि कई बार संघ द्वारा बुनियादी मांगों के सक्षम प्राधिकार के पास रखा गया है पर इसे लागू नहीं किया गया है। इस बार भी अगर इसे लागू नहीं किया गया तो सभी स्वास्थ्य संविदा कर्मी सामूहिक इस्तीफा देकर जनता के रूप में सेवा करेंगे । पत्र संघ के सचिव ललन कुमार सिंह और अध्यक्ष अफरोज अनवर के हस्ताक्षर से जारी किया गया है ।