” बिहटा-आरा चौराहा ” का नाम ” वीर कुँवर सिंह चौराहा ” करने की मांग । पटना, जितेन्द्र कुमार सिन्हा।बाबू वीर कुंबर सिंह के 164वें विजयोत्सव के अवसर पर बिहटा प्रखंड के कोरहर स्थित रामचन्द्र सिंह सभागार में विजयोत्सव समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता करते हुए जेपी सेनानी वीरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बाबू वीर कुँवर सिंह ने 80 अस्सी वर्ष की उम्र में गुलामी की जंजीरों में जकड़ी भारत माता को आजाद करने के लिए अपने हाथो में तलवार उठायी और घायल होने पर अपनी दायीं भुजा को गंगा मईया को भेंट चढ़ा दी थी।
उन्होंने ने कहा कि मेरी राज्य सरकार से मांग है कि “बिहटा-आरा चौराहा” का नामकरण “वीर कुँवर सिंह चौराहा” किया जाय।
विजयोत्सव समारोह में कोरहर के अतिरिक्त रामपुर दियारा, छितनावाँ, जमनीपुर, विष्णुपुर, महददीचक निसरपुरा, बनवारी, बिसरपुर, घोड़ाटाप, बेन्दोल, बराह आदि गांवों के क्षत्रिय समाज के लोगों ने भाग लिया।
समारोह को मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के दक्षिण बिहार प्रांत के सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख उपेंद्र भाई त्यागी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि बाबू वीर कुँवर सिंह को कोई भुला नहीं सकता है। उनके द्वारा 80 वर्ष की उम्र में अपनी दाएं भुजा को गंगा मईया को भेंट चढ़ाने की अदम्य साहस को सुनकर लोगों के शरीर में देश के प्रति जोश जागता है।
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उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुँवर सिंह 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन के महान सेनानी थे, जिनकी गाथा आज भी देहाती क्षेत्र के लोग होली जैसे त्योहार पर “तेगवा बहादुर के नाम से गीत के रूप में गाते और सुनते हैं। गांव के लगभग सभी वक्ताओं ने अपने-अपने सम्बोधन में बिहार सरकार से बिहटा-आरा चौराहा मोड़ का नामकरण “बाबू वीर कुँवर सिंह चौराहा” करने की मांग की।
उक्त अवसर पर विष्णुपुरा पंचायत के मुखिया अनिल सिंह, मुखदुमपुर पूरैनिया पंचायत के मिथिलेश कुमार को अंग वस्त्र देकर सम्मानित भी किया गया।
समारोह को सम्बोधित करने वालो में बबन सिंह, ओम प्रकाश सिंह, बिजेन्द्र सिंह, अरुण सिंह, अनिल सिंह, वीरेंद्र सिंह बाबू साहब, शत्रुधन सिंह, जेडी यू नेता कौशल सिंह, गोपाल सिंह, ओम प्रकाश सिंह, वीरेंद्र सिंह, रवि शंकर, मनीष कुमार सिंह, केवी. सिंह, सुनील सिंह चेतक एवं रास संघ दानापुर जिला कार्यवाह अभिमन्यु कुमार थे।