जीकेसी स्थापना दिवस पर कोरोना किट का वितरण। पटना, संवाददाता। ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस (जीकेसी) ने अपने पहले स्थापना समारोह के छठे दिन आज चिकित्सकों के बीच कोरोना किट, दवाई और पीपीई किट का वितरण किया। यह वितरण कार्यक्रम पटना के खगौल में चिकित्सकों के बीच आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत डॉ जहीरउद्दीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दानापुर (खगौल) में पदस्थापित डॉ संजेश कुमार गुंजन, मुंह एवं दांत रोग विशेषज्ञ और डॉ जिया उल हक को अंग वस्त्र और माला अर्पित कर कोरोना योद्धा के रूप में सम्मानित करने से हुआ।
मौके पर पर जीकेसी की प्रदेश अध्यक्ष डा. नम्रता आनंद ने कहा, चिकित्सा को लोग पेशा से ही जोड़कर देखते हैं लेकिन कोरोना काल में साबित हुआ है कि चिकित्सा सिर्फ पेशा नहीं है, बल्कि शहर के कई चिकित्सक मानवता की मिसाल हैं, जो सेवाभाव से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कोरोना काल में कई चिकित्सकों की जान भी गई। बावजूद इसके चिकित्सकों का हौसला कम नहीं हुआ। कोरोना काल से बिना अवकाश लिये चिकित्सक काम करते रहे हैं। कोरोना के दौरान कई चिकित्सक संक्रमित भी हुए लेकिन वह उस दौरान भी मरीजों की सेवा और भर्ती कराने जैसी अहम जिम्मेदारी निभाते रहे। कोरोना महामारी के दौरान उनकी सेवा, समाज के समक्ष एक मिसाल है और उनके इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।
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उन्होंने बताया कि जीकेसी युवा प्रकोष्ठ के प्रभारी राजेश सिन्हा संजू के सहयोग से आज चिकित्सकों के बीच कोरोना किट, दवाई और पीपीई किट का वितरण किया गया। मौके पर चंदू प्रिंस, अध्यक्ष रंजीत प्रसाद सिन्हा, अनिल कुमार दास, राजेश सिन्हा संजू, प्रेम कुमार, दिवाकर कुमार वर्मा,नवीन कुमार, सुधीर मधुकर, मो. रिंकू, बबलू कुमार, प्रशांत कुमार नबाब आलम, शशि कांत और गोलू कुमार समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
जीकेसी स्थापना दिवस पर आयोजित वितरण कार्यक्रम की समाप्ति के बाद स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मौजूद लोगों ने कहा कि लता जी का निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है।